मुफ्त इलाज चाहिए तो पहले अस्पताल में भर्ती हो..
रायबरेली : आयुष्मान भारत योजना के तहत निश्शुल्क इलाज का लाभ लेने के लिए मरीज को अस्पताल में
रायबरेली : आयुष्मान भारत योजना के तहत निश्शुल्क इलाज का लाभ लेने के लिए मरीज को अस्पताल में भर्ती होना पड़ेगा। ओपीडी में चेकअप के बाद दवा, चिकित्सीय जांचों में मरीज को छूट नहीं मिलेगी। ऐसा योजना की नियमावली में है।
गुरुवार को बछरावां के सरयू देवी हास्पिटल में गोल्डन कार्ड धारक महिला इलाज के लिए आयी। उसकी बच्चेदानी में ट्यूमर था। ओपीडी में जांच के बाद चिकित्सक ने कुछ जांचें लिख दी। जब महिला जांच कराने गई तो उससे इसका शुल्क मांगा गया। मरीज ने गोल्डन कार्ड दिखाया मगर उसे निराशा ही हाथ लगी। उसने इसकी शिकायत 1076 पर की। फिर इलाज के लिए लखनऊ चली गई। यह बात जिला मुख्यालय पहुंची तो स्वास्थ्य महकमे ने स्थिति स्पष्ट की। आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी डा नागेंद्र कुमार ने बताया कि यह योजना ओपीडी (आउट पेसेंट डिपार्टमेंट यानी बाह्य रोग विभाग) के लिए नहीं बल्कि आइपीडी (इन पेसेंट डिपार्टमेंट यानी अंत: रोग विभाग) के लिए है। योजना के तहत चयनित मरीज अस्पताल में एडमिट होकर इलाज कराएगा, तो उसका पांच लाख रुपये खर्च तक का इलाज मुफ्त होगा।
2.38 लाख परिवारों को मिलेगा लाभ
23 सितंबर 2018 से आरंभ हुई आयुष्मान भारत योजना के तहत जनपद में 2.38 लाख परिवार चयनित किए गए हैं। इनका चयन 2011 की सामाजिक, आर्थिक जनगणना के आधार पर किया गया है। लगभग 12 लोगों को एक साल में पांच लाख तक मुफ्त इलाज का लाभ दिया जाना है। अब तक 189 मरीज लाभ उठा चुके हैं।
जनसुविधा केंद्र पर बनवाएं गोल्डन कार्ड
इस योजना के पात्र हैं या नहीं, अगर आपको जानकारी नहीं है तो अपने निकट के जनसुविधा केंद्र पर जाइए। साथ में आधार कार्ड और राशन कार्ड रखिए। वहीं आपकी पात्रता का पता चल जाएगा। साथ ही 30 रुपये देने पर गोल्डन कार्ड भी बन जाएगा। अब तक 16 हजार से ज्यादा गोल्डन कार्ड बन चुके हैं।