आबादी की तरफ बढ़ रहा गंगा पानी, ग्रामीणों की उड़ी नींद
24 घंटे के अंदर 190 सेंटीमीटर बढ़ा जलस्तर नाले होने लगे ओवरफ्लो
रायबरेली : गंगा नदी का जलस्तर रफ्तार पकड़े हुए है। 24 घंटे के अंदर ही 190 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया। गंगा से जुड़ी नदी और नाले ओवरफ्लो हो चुके हैं। इनके रास्ते उसका पानी गांवों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि, शनिवार तक कहीं किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं आईं। लेकिन, जलस्तर ऐसे ही बढ़ता रहा तो वह दिन दूर नहीं, जब तटीय इलाके के गांव बाढ़ की चपेट में होंगे।
जिस तरह गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है, वह तराई इलाकों में बसे जहांगीराबाद, चकमलिक भीटी, मोहद्दीनपुर समेत अन्य एक दर्जन गांवों के लिए आने वाले समय में खतरा बन सकता है। हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मथना नाले और लोन नदी का पानी अब तक गंगा नदी में गिरता था। जब तक गंगा का जलस्तर 97 मीटर के अंदर रहा, तब तक तो नाले और लोन नदी का पानी उसमें गया। जैसे ही नदी के जलस्तर का पैमाना ऊपर चढ़ा, उसका पानी नाले और नदी से वापस आने लगा। अब स्थिति यह हैं कि नाला और लोन नदी दोनों उफना रहे हैं। हालांकि, अभी पानी इधर-उधर खेतों व गांवों तक नहीं पहुंचा है। मगर, गंगा में जलस्तर की बढ़ोतरी देख ग्रामीणों की नींद उड़ी हुई है।
तहसील प्रशासन ने देखें हालात
शनिवार को उपजिलाधिकारी सविता यादव, तहसीलदार प्रतीत त्रिपाठी व नायब तहसीलदार पुष्पक तोमर ने डलमऊ के राजघाट पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। एसडीएम ने बताया कि क्षेत्र के चक मलिक भीटी, मोहद्दीनपुर, कनहा व डलमऊ में बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। किसी भी हालात से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
कुछ इस तरह बढ़ा जलस्तर
दो अगस्त : 96.020
तीन अगस्त : 96.110
चार अगस्त : 96.230
पांच अगस्त : 96.520
छह अगस्त : 96.880
सात अगस्त : 97.060
आठ अगस्त : 97.250
नोट : केंद्रीय जल आयोग से मिले यह आंकड़े मीटर में हैं। डलमऊ में चेतावनी बिदु 98.360 मीटर, जबकि खतरे का निशान 99.360 मीटर पर है।