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पहले अनुशासनहीनता और अब सुलह

ऊंचाहार (रायबरेली) : बिजली विभाग के दफ्तर में पहले उपभोक्ता को पीटा गया, फिर कानूनी कार्र

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Feb 2019 11:49 PM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 11:49 PM (IST)
पहले अनुशासनहीनता और अब सुलह
पहले अनुशासनहीनता और अब सुलह

ऊंचाहार (रायबरेली) : बिजली विभाग के दफ्तर में पहले उपभोक्ता को पीटा गया, फिर कानूनी कार्रवाई की खातिर दोनों पक्ष कोतवाली तक पहुंच गए। इसके बाद दोनों तरफ से सुलह हो गई। इससे विवाद भले खत्म हो गया, मगर एक अहम बात है कार्यालय के अनुशासन की। जिसकी धज्जियां उड़ गई। फिलहाल इस मामले की तरफ अफसरों का ध्यान नहीं जा रहा है।

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विद्युत वितरण खंड ऊंचाहार में तैनात एक लिपिक ने एक उपभोक्ता के साथ कार्यालय में मारपीट की थी। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था। पहले तो दोनों पक्ष न्याय की खातिर कोतवाली पुलिस के पास पहुंचे। दोनों तरफ से तहरीर दी गई। बाबू की ओर से मारपीट, गालीगलौज और सरकारी कार्य में बाधा डालने की शिकायत की गई। वहीं उपभोक्ता ने भी मारपीट का आरोप लगाया। मामले ने पहले तो तूल पकड़ा। दोनों पक्ष एक दूसरे पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। फिर इसमें कर्मचारी नेताओं का हस्तक्षेप हुआ। इसके बाद मामला ठंडा पड़ गया। दोनों पक्षों ने सुलह कर ली। लोगों का कहना है कि दोनों पक्ष भले समझौता कर लें, लेकिन मारपीट हुई। इसे तमाम लोगों ने देखा। जिसको झुठलाया नहीं जा सकता। मारपीट से कार्यालय का अनुशासन बिगड़ा। माहौल खराब हुआ। इस पर कार्रवाई तो होनी चाहिए। फिर चाहे दोषी लिपिक हो या उपभोक्ता। इसकी पड़ताल जरूरी है। वरना ऐसी घटनाओं पर अंकुश नहीं लगेगा। ऊंचाहार के अवर अभियंता लालमणि ने बताया कि मामला सामान्य था। इसलिए सुलह हो गई।

कोट

कार्यालय में मारपीट पूरी तरह से अनुशासनहीनता के दायरे में आती है। इस प्रकरण की जांच होगी। इसके बाद दोषी पर कार्रवाई भी की जाएगी।

-रवींद्र कुमार, अधीक्षण अभियंता, विद्युत वितरण मंडल द्वितीय


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