सन्नाटे में बीता पहला दिन, एक किलो भी नहीं हो सकी खरीद
रायबरेली धान खरीद का पहला दिन सन्नाटे में बीत गया। कर्मचारी संसाधनों की कमी से जूझते रह
रायबरेली : धान खरीद का पहला दिन सन्नाटे में बीत गया। कर्मचारी संसाधनों की कमी से जूझते रहे। बोरा नहीं तो, कहीं बैनर व्यवस्था की जिम्मेदारी। इसी उहापोह में पूरा दिन निकल गया। किसी भी केंद्र पर बोहनी नहीं हो सकी। अफसर भी कर्मचारियों को व्यवस्था दुरुस्त रखने के कोरे निर्देश देते रहे। जिले में एक नवंबर से धान खरीद होनी थी, लेकिन शासन के निर्देश पर इसे 15 दिन पहले शुरू हो गई। इस बार 77 केंद्र बनाए गए हैं। गुरुवार से शुरू हुई खरीद में केंद्रों पर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने में विभाग की लापरवाही सामने आई है। केंद्रों पर समस्याएं बनी रहीं। किसी भी सेंटर में धान खरीद शुरू नहीं हो सकी। डलमऊ तहसील क्षेत्र के क्रय केंद्रों पर दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। गांवों तक नहीं पहुंची तौल शुरू होने की जानकारी
सभी केंद्रों पर धान तौल शुरू हो गई है। इसकी जानकारी सिर्फ अफसरों और केंद्र प्रभारियों को ही है। गांवों तक तौल शुरू होने की जानकारी नहीं पहुंच सकी। किसानों को यह नहीं पता कि तौल कब से होनी है। अंजनी त्रिवेदी, दिनेश कुमार, सुनील कुमार, उमेश कुमार, अनुभव आदि किसानों ने बताया कि उनकी फसल तैयार है, क्रय केंद्र खुले हैं या बंद। इस बारे में नहीं पता। केंद्र पर पहुंचा एक किसान
लालगंज : कृषि उत्पादन मंडी समिति में बने खाद्य विभाग के धान क्रय केंद्र में पहले दिन कोई किसान धान लेकर नहीं आया। एक किसान ने पहुंचकर धान बेचने के लिए अपना पंजीकरण जरूर कराया है। क्रय केंद्र के प्रभारी सूर्यभान सिंह ने बताया कि एक हजार बोरा केंद्र पर उपलब्ध हैं। पंजीकरण की रही दिक्कत
हरचंदपुर : क्षेत्र के किसान विष्णुपाल सिंह, रामनरेश, रामसुमेर आदि ने बताया कि ऑनलाइन पंजीकरण में परेशानी आ रही है। तमाम प्रयासों के बाद भी पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। अभी तक सिर्फ बैनर मिला
परशदेपुर : विकास खंड छतोह के साधन सहकारी समिति बारा में धान खरीद का बैनर लगा दिया गया है। इसके अलावा कुछ भी नहीं है। सचिव विश्वनाथ तिवारी ने बताया कि विभाग से अभी तक बैनर मिला था, अफसरों से बात हुई है। बहादुरपुर से कांटा, बोरा आदि लाने जाना है। इनकी सुनें,
धान की कटाई अभी लेट है। क्रय केंद्रों पर किसान भी नहीं आ रहे हैं। 10 केंद्रों का निरीक्षण करके सभी प्रभारियों को व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं। रामानंद जायसवाल, जिला खाद्य विपणन अधिकारी