पलक झपकते ही धमाके के साथ सिर पर बरसने लगी मौत
अचानक तेज धमाका हुआ और ब्वायलर ने अंगारे उगल दिए। हर तरफ भागो भागो का शोर शुरू हो गया, कई लोग चीख भी न पाए और तड़प कर वहीं ढेर हो गए।
रायबरेली (जेएनएन)। नई नवेली 500 मेगावाट की छठी यूनिट किस तरह आग और शोलों से घिरकर मौत का मंजर दिखा देगी यह शायद ही किसी ने नहीं सोचा होगा। हर दिन की तरह पूरा स्टाफ आने वाले भयावह पल से अंजान काम करने में जुटा था। बस एक कालचक्र ऐसा था जिसे सब कुछ मालूम था। अचानक तेज धमाका हुआ और फिर ब्वायलर के पाइप ने अंगारे उगल दिए। हर तरफ भागो-भागो का शोर शुरू हो गया, बरसते हुए अंगारों की चपेट में कई लोग तो चीख भी नहीं पाए। कुछ तड़प कर वहीं ढेर हो गए।
एनीटीपी में जब छठी यूनिट का शुरुआत हुई थी तो जश्न मनाया गया था। उम्मीदें थी कि अब उत्पादन को और चार चांद लगेंगे, लेकिन बुधवार की शाम 4 बजे के करीब इन सारे सपनों पर तबाही का कब्जा हो गया। 90 फिट ऊंचे ब्वायलर से जब कोयले की राख लावा सरीखी गिरी तो उसने पूरे एनटीपीसी को हिलाकर रख दिया। ब्वायलर के नीचे काम करने वाले श्रमिक तो समझ ही नहीं पाए कि उनके सिर पर मौत इस तरह नाच उठेगी। देखते ही देखते तपते लावा का ढेर जमीन पर गिरने लगा तो जमीन भी दरक उठी। धुंआ और चीख-पुकारों ने से पूरा परिसर गूंज उठा। हल्ला-गुहार मचा तो यूनिट के अधिकारी व कर्मचारी सब बचाव कार्य में जुट गए। घायलों को जब कोई उठाता था तो उसके शरीर की उधड़ी खाल हाथों में चिपक जाती, फिर भी हिम्मत करके लोग सहारा देते नजर आए।
जो बच गए वह रो पड़े
हादसे की खबर जैसे ही एनटीपीसी के बाहर निकली तो लोगों को हुजूम यूनिट की बाहर एकत्र हो गया। घायलों की चित्कार सुनकर गांव वालों व लोगों के मुंह से एक केवल एक शब्द निकल रहा था कि यह क्या हो गया। अरे इस तरह का मंजर कभी नहीं देखा। सभी के जुबान पर एक ही सवाल था कि यह सब हो कैसे गया। यूनिट में काम करने के दौरान जो श्रमिक, कर्मचारी व अधिकारी ब्वायलर से निकली मौत के फंदे से बच गए तो वह रो पड़े। समझ में नहीं आया कि आखिर यह कैसे हो गया। वातानूकूलित यूनिट एक ही पाल में आग का गोला बन गई। जो राख की चपेट में आया वह बच नहीं सका। जो बच गए वह साथियों के हाल को देखकर सुबुकते रहे।
फतेहपुर से ऊंचाहार भेजी एंबुलेंस
रायबरेली के ऊंचाहार में ब्योलर फटने से कई लोगो की मौत व आधा सैकड़ा से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना पर सेहत महकमा में हडकंप मच गया। प्रमुख सचिव हेल्थ के निर्देश पर सीएमओ डा. विनय कुमार पांडेय ने आनन-फानन में फतेहपुर जिले से दस एंबुलेंस को ऊंचाहार के लिए रवाना किया। हादसे में चिकित्सीय सेवाओं के लिए पैरामेडिकल स्टाफ व डाक्टर की मांग होने के अंदेशे के चलते देर शाम एक आपात बैठक बुलाकर डाक्टर व कर्मचारियों को किसी भी समय रवाना होने के लिए तैयार किया गया। सीएमओ ने बताया कि ऊंचाहार की एक फैक्ट्री में ब्योलर फटने से एक दर्जन लोगों की मौत और 50 से अधिक लोगो के घायल होने की सूचना मिली है। प्रमुख सचिव हेल्थ द्वारा यहां पर तत्काल एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराने के निर्देश दूरभाष पर दिए गए है। निर्देशो मिलने के तीस मिनट बाद ही जिले से दस एंबुलेंस रवाना कर दी गयी है। हमने 20 डाक्टर व 20 पैरामेडिकल स्टाफ के कर्मचारियों को किसी भी समय रवाना होने के लिए तैयार कर दिया गया है। फिलहाल चिकित्सीय टीम भेजने के निर्देश नहीं मिले। अगर देर रात तक भी निर्देश आते है तो हमारी टीमें रवाना होगी।