ओवरब्रिज निर्माण की धीमी गति पर डीएम नाराज
संसू, ऊंचाहार (रायबरेली) : एनएचएआइ के निर्माण को लेकर उच्च न्यायालय में तलब होने के बाद
संसू, ऊंचाहार (रायबरेली) : एनएचएआइ के निर्माण को लेकर उच्च न्यायालय में तलब होने के बाद जिलाधिकारी का तेवर सख्त हुआ है। शनिवार को डीएम ने ऊंचाहार में बन रहे ओवरब्रिज के निर्माण की गति को देखा और अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। लखनऊ-इलाहाबाद राजमार्ग के निर्माण को लेकर उच्च न्यायालय ने रायबरेली के जिलाधिकारी को तलब किया था। इसके बाद से जिला प्रशासन सकते में है। शनिवार को जिलाधिकारी संजय खत्री एनएचएआइ के अधिकारियों के साथ ऊंचाहार पहुंचे और लखनऊ-इलाहाबाद राजमार्ग पर नगर के रेलवे क्रा¨सग पर बन रहे ओवर ब्रिज के निर्माण की प्रगति को देखा। जब डीएम निर्माण स्थल पर पहुंचे, उस समय वहां पर बमुश्किल आधा दर्जन मजदूर काम कर रहे थे। जिलाधिकारी ने एनएचएआइ के अधिकारियों से सवाल दर सवाल किए। निर्माण की गति धीमी होने का कारण भी जानना चाहा लेकिन निर्माण एजेंसी के अधिकारी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये। यहां पर उल्लेखनीय बात यह है कि 2015 से ओवरब्रिज का निर्माण चल रहा है और अभी तक आधा काम भी नहीं पूरा हुआ है। उसके बाद जिलाधिकारी अरखा फ्यूल्स के पास स्थित एनएचआइ के निर्माण भंडार स्थल पर भी गए और वहां पर सामान का भंडारण भी देखा। जिलाधिकारी ने सख्त लहजे में कहा है कि नवंबर महीने तक हर हाल में निर्माण कार्य पूरा होना चाहिए। इसके लिए रात-दिन दो पाली में काम किया जाए। जिलाधिकारी के साथ अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर भी थे। जिलाधिकारी ने कोतवाली पहुंचकर समाधान दिवस में भी जनशिकायतों को सुना। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी राजेश त्रिपाठी, कोतवाल धनंजय ¨सह मौजूद रहे। जागरण ने चलाया था अभियान
दैनिक जागरण ने पिछले दिनों इस ओवरब्रिज का निर्माण कार्य धीमी गति से होने का मामला कुंभ का रोड़ा कॉलम के तहत प्रमुखता से प्रकाशित किया था।