पहले बनाया परीक्षा केंद्र, अब तलाश रहे खामियां
जासं, रायबरेली : यूपी बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन कराने की तैयारियों की कलई खुलने लगी है
जासं, रायबरेली : यूपी बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन कराने की तैयारियों की कलई खुलने लगी है। पिछले कुछ दिनों में डीआइओएस के निरीक्षण में परीक्षा केंद्र बनाए गए विद्यालयों में कई खामियां मिल चुकी हैं। कहीं पर सीसी कैमरा, वॉयस रिकॉर्डर दुरस्त नहीं मिले, तो कहीं प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिकाओं के रखने तक की पर्याप्त व्यवस्था नहीं मिली।
परीक्षा केंद्र में मानकों की किसी तरह अनदेखी न हो, इसके लिए पहले ही ऑनलाइन सारी जानकारी मंगा ली गई। यहां तक कि शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालयों द्वारा भेजी गई सूचनाओं का भौतिक सत्यापन तक कराया गया। सबकुछ ओके मिलने पर ही सूची बोर्ड को भेजी गई। प्रयागराज से जिले में 114 परीक्षा केंद्रों को हरी झंडी दे दी गई। पहले मानकों पर खरे उतरने वाले विद्यालयों में अब खामियां मिलनी शुरू हो गई हैं। ऐसे में डीआइओएस कार्यालय की भूमिका संदिग्ध हो गई हैं।
दागी विद्यालयों पर मेहरबानी जारी
इस बार भी नकल रोकना आसान नहीं होगा। इसकी वजह कुछ दागी विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया जाना है। इन विद्यालयों में निरीक्षण करने से अफसर भी कतरा रहे हैं। यही वजह है कि यहां शिक्षा माफिया भी सक्रिय हो गए हैं। इनकी सुनें
सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसी कैमरे और वॉयस रिकॉर्डर लगे हुए हैं। ¨लक चे¨कग की जा रही है। साथ ही अपडेट भी कराया जा रहा है कि बाद में किसी तरह की समस्या न हो। इसी लिहाज से निरीक्षण किया जा रहा है।
डॉ. चंद्रशेखर मालवीय
जिला विद्यालय निरीक्षक