Move to Jagran APP

सालों बाद आई मुस्कान मौसम ने छीनी

सालों बाद इस बार आलू की अच्छी फसल तैयार हुई थी। जिसे देख किसान फूले नहीं समा रहे थे। अच्छे मुनाफे की उम्मीद थी। लेकिन मौसम ने सब पर पानी फेर दिया। आलू की फसल बर्बाद हो गई। इसके साथ सरसो भी प्रभावित हुई। बचत की कौन कहे अब तो लागत भी निकल पाना मुश्किल है। जिसे लेकर इलाके के किसान खासे परेशान नजर आ रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 11:41 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 06:12 AM (IST)
सालों बाद आई मुस्कान मौसम ने छीनी
सालों बाद आई मुस्कान मौसम ने छीनी

रायबरेली : सालों बाद इस बार आलू की अच्छी फसल तैयार हुई थी। जिसे देख किसान फूले नहीं समा रहे थे। अच्छे मुनाफे की उम्मीद थी। लेकिन, मौसम ने सब पर पानी फेर दिया। आलू की फसल बर्बाद हो गई। इसके साथ सरसो भी प्रभावित हुई। बचत की कौन कहे, अब तो लागत भी निकल पाना मुश्किल है। जिसे लेकर इलाके के किसान खासे परेशान नजर आ रहे हैं।

loksabha election banner

सर्दी का मौसम इस बार क्षेत्र के किसानों के लिए आफत बन गया। इलाके के किसानों के मुरझाए हुए चेहरों को देख इसका अंदाजा साफ लगाया जा सकता है। आलू की फसल झुलसा रोग की चपेट में आ गई। वहीं सरसो की फसल के फूल और फलियां कोहरे व पाले में झुलस गई हैं। कहिजर गांव के नरेन्द्र सिंह, रामशरण सिंह, गिरीश सिंह और रसूलपुर के अनिल वाजपेयी समेत अन्य किसानों का कहना है कि कई साल बाद इस बार आलू की अच्छी फसल तैयार हो रही थी। ठीक-ठाक बचत का अंदाजा लगाया जा रहा था। सरसो का भी उत्पादन अच्छा होने की उम्मीद थी। लेकिन, मौसम ने किसानों के इन सारे सपनों पर पानी फेर दिया। कोहरे और पाले के कारण फसलें चौपट हो गईं है। किसानों का कहना है कि अब फायदे की बारे में सोचना बेकार है। फसलों की जो स्थिति है, उसमें तो लागत निकल आए तो वही बहुत है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.