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अटल व नीरज जैसी शख्सियतें कभी जुदा नहीं होतीं : डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा

एफजी कॉलेज में उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और गीतकार नीरज को दी श्रद्धाजलि।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Aug 2018 10:23 AM (IST)Updated: Mon, 20 Aug 2018 10:24 AM (IST)
अटल व नीरज जैसी शख्सियतें कभी जुदा नहीं होतीं : डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा
अटल व नीरज जैसी शख्सियतें कभी जुदा नहीं होतीं : डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा

रायबरेली(जेएनएन)। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और गीतकार गोपालदास नीरज जैसी शख्सियतें कभी मर नहीं सकतीं। दोनों ही परम मित्र थे। नीरज ज्योतिष के भी अच्छे जानकार थे। उन्होंने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि मेरे और मेरे मित्र के देहावसान में महज 30 दिन का अंतर होगा, जो सत्य साबित हो गया। आज दोनों नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें और विराट व्यक्तित्व आदर्श बने हुए हैं। ये बातें सूबे के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने एफजी कॉलेज ऑडिटोरियम में रविवार को आयोजित श्रद्धाजलि समारोह और काव्य संध्या में कहीं। दिनेश शर्मा ने अटलजी का जिक्र करते हुए कहा कि मैं एक छोटा सा कार्यकर्ता था। लोग मुझे ताने देते थे कि तुम कुछ नहीं कर पाओगे। एक-एक कर सभी लोग साथ छोड़ने लगे। मुडो विश्वास था कि मौका मिलेगा। एक दिन अचानक अटलजी का फोन आया। नौकर ने बताया कि कोई वाजपेयी बोल रहे हैं। तुरंत दौड़कर फोन रिसीव किया। उधर से आवाज आई-कैसे हो। तुमको मेयर का चुनाव लड़ना है। यह सुनकर मैं अवाक रह गया। कहा कि मेरे पास तो पैसे भी नहीं हैं। इस पर अटलजी ने कहा कि पैसों से चुनाव नहीं जीता जा सकता है। इसके बाद बड़े पूंजीपतियों के मुकाबले मैदान में खड़े होकर मैंने जीत हासिल की। इस दौरान अटल जी मेरे समर्थन में एक दिन के लिए प्रचार में भी आए। खचाखच भीड़ में अटल जी ने कहा कि मुझे लोकसभा में पहुंचाकर आपने कुर्ता पहना दिया है। अब पायजामा तब पहनूंगा, जब आप लोग दिनेश को जिता देंगे। दिनेश शर्मा ने कहा कि अटल जी के भाषण का असर हुआ कि मैं चुनाव जीत गया। पूर्व प्रधानमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री की तुलना पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अटलजी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए 26 संगठन एकजुट थे। उनका ऐसा स्वभाव था कि अपनी पार्टी ही नहीं, विपक्षियों में भी वे खासे लोकप्रिय थे। इससे पहले उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और उनके साथ आए लैक्सफेड चेयरमैन वीरेंद्र तिवारी का आयोजक पंचवटी विकास समिति के सुरेंद्र बहादुर सिंह, विधायक दल बहादुर कोरी, रामनरेश रावत, पूर्व मंत्री गिरीश नारायण पाडेय, जिलाध्यक्ष रामदेव पाल, पुष्पेंद्र सिंह, दिनेश त्रिपाठी, अजय त्रिपाठी आदि ने अभिनंदन किया।

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सिद्धू का पाकिस्तान जाना उनका निजी मामला:

पंजाब सरकार के मंत्री एवं पूर्व क्त्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाने के सवाल पर उप मुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने कहा कि सिद्धू के बारे में बहुत लोग बोल चुके हैं। अब सिद्धू की प्राथमिकता है कि वे किसके साथ जाएंगे। पाकिस्तान गए हैं। वहा गले लगे हैं तो इतना तो है ही कि वे पाकिस्तान से आने वाले आतंकवाद के खिलाफ कुछ न कुछ बोले होंगे। अटल जी ही सिद्धू को राजनीति में लाए थे। वे अटल जी को अपना अभिभावक मानते थे। जब अटलजी का अंतिम संस्कार हो रहा हो तो ऐसे में सिद्धू का पाकिस्तान जाना कहीं न कहीं शका पैदा जरूर करता है। सिद्धू का गुलाम कश्मीर के राष्ट्रपति के बगल में बैठना शायद भारतवासियों को अच्छा नहीं लगा है। खैर सिद्धूजी की अपनी पार्टी है। यह उनका अपना मामला है। निश्चित तौर पर वे इसका जवाब भी देंगे।

एसपी को फर्जी मुकदमे हटाने के दिए निर्देश:

इस दौरान डिप्टी सीएम ने एसपी सुजाता सिंह को बुलाकर कानून व्यवस्था के बारे में पूछा। कहा कि विधायकों से बात होती है कि नहीं। इस पर एसपी ने कहा कि हा सबसे होती है। उन्होंने कहा कि जिस पर फर्जी मुकदमे दर्ज हैं, उनका निस्तारण कर हटा दें। किसी का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अटलजी आज के भीष्म पितामह थे। जिस तरह से महाभारत में भीष्म पितामह ने हस्तिनापुर में एक सुयोग्य राजा को सिंहासन पर बैठाने के बाद ही इच्छा मृत्यु प्राप्त की। ठीक उसी तरह अटलजी ने भी देश के सिंहासन पर नरेंद्र मोदी जैसे सुयोग्य व्यक्ति को बैठाने के बाद ही इच्छामृत्यु ली। वे केवल एक व्यक्ति नहीं, महान अनुकरणीय व्यक्तित्व थे। अल्पसंख्यक समाज के हितैषी थे पूर्व प्रधानमंत्री:

रहीम फाउंडेशन अली मिया चौक की ओर से कहारों के अड्डे पर पर रविवार को शोक सभा हुई। इसमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धाजलि दी गई। मुहम्मद सगीर खान ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अल्पसंख्यक समाज के हितैषी थे। वे एक अच्छे कवि व नेता होने के साथ ही अच्छे इंसान भी थे। इस अवसर पर हाजी हबीब उल्ला, आजाद खान, रिजवान खान, इशान, महताब आदि मौजूद रहे। निराला नगर आनंद आश्रम में भी साहित्यकारों ने पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर शोक जताया। इस अवसर पर प्रमोद शकर शुक्ल, दुर्गा शकर वर्मा, डॉ. आरके मौर्या, स्वप्निल तिवार, मनोज कुमार, प्राजलि गुप्ता, उषा तिवारी आदि मौजूद रहीं। नीरज के बगैर गीतों का धीरज अब कौन बाधेगा :

वहीं, पंचवटी विकास समिति लालगंज की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और गीतकार गोपालदास नीरज की स्मृति में श्रद्धाजलि समारोह और काव्य संध्या का शुभारंभ उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने रविवार शाम को किया। इस अवसर पर मंचासीन कवियों के साथ बैसवारे के 60 कवियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान साहित्य, संस्कृति और पर्यावरण को समर्पित स्मारिका पंचवटी का लोकार्पण भी हुआ। बुलंदशहर के डॉ. अजरुन सिसौदिया ने कहा कि सुसज्जित शब्द वीणा को सुरों में कौन साधेगा, नीरज के बिना गीतों का धीरज कौन बाधेगा। फरूखाबाद के उत्कर्ष अग्निहोत्री ने कहा कि रिश्तों में पड़ती नहीं यूं ही व्यर्थ दरार, कुछ तुम जिम्मेदार हो, कुछ हम जिम्मेदार। डॉ. शिवओम अंबर ने कहा कि सोने में झडा लिए श्वासों में लय-ताल, काल-व्याल पे नृत्यरत मिला गीत-गोपाल। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के रजिस्ट्रार डॉ. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि मुझसे रूठ कर जाते हो तो जाओ, किधर जाओगे। लोग पत्थर के बने हैं छू लेंगे तो बिखर जाओगे। शशाक प्रभाकर ने कहा कि काव्य की इस धरती पर बहुत कठिन है आसू बोना, लेकिन उससे भी ज्यादा मुश्किल है, इस धरती पर किसी कवि का नीरज होना। अलवर के प्रवेंद्र पंडित और मुजफ्फरनगर की प्रीति अग्रवाल ने भी काव्यपाठ प्रस्तुत किया। इस अवसर पर वीर ंद्र शुक्ल, ओएन भार्गव, अशोक सिंह, डॉ. रतन कुमार सिंह, एमडी सिंह, प्रेम नारायण तिवारी आदि मौजूद रहे। महिला डिग्री कॉलेज की माग:

पंचवटी विकास समिति के संरक्षक सुरेंद्र बहादुर सिंह ने उप मुख्यमंत्री का स्वागत किया। साथ ही लालगंज क्षेत्र में महिला डिग्री कॉलेज और बालिका इंटर कॉलेज खोलवाने की भी माग की। साथ ही इसके लिए लालगंज क्षेत्र में जमीन और संसाधन दिलाने की माग की।

डिप्टी सीएम से मिला तदर्थ शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल:

तदर्थ शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल इस अवसर पर डिप्टी सीएम से मिला। ज्ञापन सौंपते हुए विनियमितीकरण करने की माग की। कहा कि सरकार की ओर से शिक्षकों की पर्याप्त संख्या में भर्ती नहीं की जा रही है। इसके चलते शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। वर्तमान में कार्यरत तदर्थ शिक्षक ही व्यवस्था को संभाले हुए हैं। ऐसे में विनियमितीकरण करने से सरकार के कोष पर कोई बोझ भी नहीं पड़ेगा। इस दौरान अभिनेश सिंह समेत कई शिक्षक मौजूद रहे।जासं, रायबरेली : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धाजलि देने के लिए भाजपा की श्रद्धाजलि सभा श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में रविवार को हुई। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री को भावभीनी श्रद्धाजलि दी गई।

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष रामदेव पाल ने अटल के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। वहीं, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, मजदूर संघ, शिक्षक संघ, अधिवक्ता परिषद, व्यापार मंडल आदि ने भी उन्हें श्रद्धाजलि दी। इस अवसर पर विधायक दल बहादुर कोरी, राम नरेश रावत, सुरेंद्र दाढी, पशुपति शकर बाजपेई, अजय त्रिपाठी, पुष्पेंद्र सिंह, सुशील शर्मा, आरबी सिंह, अतुल सिंह, पप्पू लोहिया, मोहित अग्रवाल, अनुभव कक्कड़, अतुल गुप्ता, अभिलाष कौशल, दिनेश त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।


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