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फॉ¨गग न साफ-सफाई, डेंगू ने भी पसारे पांव

जासं, रायबरेली : मच्छरजनित बीमारियों ने जिले में पैर पसारना शुरू कर दिया है। मलेरिया के

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 08:34 AM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 08:34 AM (IST)
फॉ¨गग न साफ-सफाई, डेंगू ने भी पसारे पांव
फॉ¨गग न साफ-सफाई, डेंगू ने भी पसारे पांव

जासं, रायबरेली : मच्छरजनित बीमारियों ने जिले में पैर पसारना शुरू कर दिया है। मलेरिया के मरीजों से अस्पताल पटे हुए हैं। सोमवार को डेंगू के दो मरीज मिलने से हड़कंप मचा हुआ है। उधर, कस्बों और गांवों में सफाई तो छोड़िए फा¨गग तक नहीं कराई जा रही है। जागरूकता का अभाव और साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त न होने की वजह से हर आमोखास पर बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है।

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डेंगू का पहला मामला डीह के गोसाईगंज में मिला। गांव के वीरेंद्र यादव के बेटे सूर्याश (6) को एक सप्ताह पहले बुखार आया था। सीएचसी में उपचार में फायदा न मिलने पर उसे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां भी उसे लाभ नहीं हुआ। फिलहाल, उसका इलाज लखनऊ के एक अस्पताल में चल रहा है। वहीं, ब्लड टेस्ट में उसे डेंगू होने की पुष्टि हुई। इसकी सूचना रायबरेली आई तो स्वास्थ्य विभाग की टीम गोसाईगंज पहुंची। सूर्याश के घर पर मौजूद निशा, आशा, परमेश्वर, वीरेंद्र, शिवम के अलावा कुल 22 लोगों के ब्लड का सैंपल लिया गया। ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया गया। साथ ही बुखार की दवाएं वितरित की गई। वहीं, खीरों ब्लाक के डिहवापर गांव की रूपरानी (54) को भी डेंगू हुआ है। उनका इलाज कानपुर में चल रहा है। गांव हो या शहर, कहीं फा¨गग नहीं

वैसे हर मौसम में मच्छर लोगों की नींद हराम किए रहते हैं। मगर बारिश के मौसम में मच्छरों के काटने से गंभीर बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। यह बात लगभग सभी लोग खासकर जन प्रतिनिधि और सरकारी तंत्र जानता है। मच्छरों की रोकथाम के लिए बाकायदा बजट भी मिलता है। शहर और कस्बों के लिए भी, गांव के लिए भी। बावजूद इसके, जिम्मेदार फा¨गग कराने में खासी कंजूसी बरतते हैं। जनपद में गिनी चुनी ग्राम पंचायतों को छोड़ दिया जाए तो शायद ही दस वर्षो में पांच बार भी वहां फा¨गग करायी गई हो। हां, कागजों पर जरूर डेटा दुरुस्त रहता है। 14 मरीज अस्पताल में भर्ती

ऊंचाहार संवादसूत्र के अनुसार इस समय बुखार व उल्टी-दस्त के मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। रविवार को एनटीपीसी की निजी कंपनी में काम करने वाले दिहाड़ी मजदूर बब्लू की उल्टी-दस्त से मौत हो गई। सोमवार को ऊंचाहार सीएचसी में पूरे गोसाई गांव की सूरज कली और त्रिभुवन का पुरवा गांव की सुनीता को उल्टी-दस्त के कारण सीएचसी में भर्ती कराया गया। लल्लू निवासी पूरे नौहर, आन्या निवासी पूरे गोसाई, राम बक्स निवासी पूरे छोटे मियां, नैन्सी निवासी लाल का पुरवा, अर¨वद कुमार निवासी पिपरहा, शर्मिला निवासी पचखरा, श्यामा देवी निवासी कैथवल, हेमलता निवासी गंगा गढ़, मंजू निवासी कंदरावा, श्वेता निवासी ब्राह्माणों का नंदौरा, आर्यन निवासी उमरी और रत्न कुमार निवासी कंदरावा को बुखार के कारण सीएचसी में भर्ती किया गया है। सीएचसी अधीक्षक डा आरबी ¨सह ने बताया कि अस्पताल में दवाओं का पर्याप्त भंडार है। लोगों का इलाज किया जा रहा है। गांव और कस्बों में संबंधित अधिकारियों को फॉ¨गग के लिए निर्देशित किया गया है। साफ-सफाई व्यवस्था के लिए नियमित रिपोर्ट मांगी गई है। जो कोई भी लापरवाही करता मिलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-राम अभिलाष, एडीएम प्रशासन डेंगू के दो मरीज मिले हैं। गांव में स्वास्थ्य टीम भेजकर सैंप¨लग कराई गई है। मच्छर जनित रोगों से बचाव को जागरूकता के लिए जल्द ही अभियान चलाया जाएगा।

-डा नागेंद्र कुमार, एसीएमओ


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