चोरी नहीं.. मेरे घर पर डकैती पड़ी थी साहब
डकैती के मामले को चोरी बताकर पुलिस द्वारा गुमराह करने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
रायबरेली : डकैती के मामले को चोरी बताकर पुलिस द्वारा गुमराह करने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
डीह थाना क्षेत्र के पूरे पांडेय चौराहा निवासी तेज बहादुर पुत्र राम सुमेर ने बताया कि 19 जुलाई की रात वह घर पर अकेला था। परिवार के अन्य सदस्य रायबरेली रिश्तेदारी गए हुए थे। रात में करीब एक बजे तीन बदमाश छत के रास्ते उसके घर में कूदे। एक बदमाश ने उस पर कट्टा तान दिया और दूसरे ने उसका हाथ, पैर और मुंह बांध दिया। फिर घर में रखी करीब 88 हजार रुपये नकद और चार लाख के सोने-चांदी के जेवरात लूट लिए। इस दौरान बदमाश लगातार फोन पर किसी से बात करके बाहर का हाल जान रहे थे। घर के बाहर भी दो से तीन बदमाश थे। बाहर से रास्ता साफ होने की जानकारी होने पर बदमाश छत के रास्ते ही भाग निकले। सुबह किसी तरह उसने मदद मांगी, जिसके बाद उसके हाथ-पैर खोले गए। वह डीह थाने गया और वारदात की तहरीर दी। आरोप है कि पुलिस ने उसकी तहरीर बदलवा दी और चोरी की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया। तब से वह लगातार थाने के चक्कर काट रहा है। उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। इस बाबत सीओ सलोन से संपर्क करने की कोशिश की गई मगर, बात नहीं हो सकी।