वायरल वीडियो की जांच करने पहुंचे जिला विकास अधिकारी
- संबंधितों से की पूछताछ प्रधानों ने कमीशन मांगने का लगाया आरोप
रायबरेली : खंड विकास अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारी के बीच लेनदेन का वीडियो वायरल होने से प्रशासनिक अमले में अफरा-तफरी मची हुई है। मंगलवार को जिला विकास अधिकारी ने ब्लॉक मुख्यालय पहुंचकर मामले की जांच की। इस दौरान डीडीओ ने प्रधानों व दो ग्राम विकास अधिकारियों एवं बीडीओ के लिखित बयान दर्ज किए। डीडीओ के सामने ग्राम प्रधानों ने गंभीर आरोप भी लगाए हैं। कुछ अधिकारियों द्वारा विकास कार्यो मे कमीशन मांगने की बात कही गई है। साथ ही कुछ साक्ष्य भी दिए हैं, जिस पर डीडीओ ने प्रधानों को दो दिन के अंदर कार्रवाई का आश्वासन दिया। उधर, नाराज प्रधानों ने चेतावनी दी कि सोमवार तक कमीशनबाजी मे लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई नही होती है तो मंगलवार को ब्लॉक मुख्यालय में धरना देंगे।
जिला विकास अधिकारी एके वैश्य मामले की जांच करने ब्लॉक कार्यालय पहुंचे। बीडीओ सुषमा देवी व ग्राम विकास अधिकारी अविनाश सोनकर सहित दो दर्जन प्रधानों के बयान दर्ज किए। प्रधानों ने सामुदायिक शौचालय, मनरेगा, पंद्रहवें वित्त सहित अन्य योजनाओं मे अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा कमीशन मांगने के आरोप लगाए। बताया कि कमीशन न देने पर फाइल स्वीकृत नहीं की जाती है, जिस पर डीडीओ ने बताया की जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। इस मौके पर प्रधान संघ अध्यक्ष रंजीत सिंह, महेश यादव, जितेंद्र कुमार, उदयप्रताप सिंह, राकेश कुमार, सभादीन मौजूद रहे।
इनसेट
क्षेत्र पंचायत की बैठक में हुआ था हंगामा
इससे पहले ब्लॉक मुख्यालय डीह में 16 सितम्बर को क्षेत्र पंचायत की बैठक ब्लॉक प्रमुख उदयविक्रम सिंह की अध्यक्षता मे हुई थी, जिसमें ग्राम प्रधानों ने ब्लॉक के कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों पर विकास कार्यो मे कमीशन लेने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था, जिस पर बैठक में कमीशनबाजी के विरोध में निदा प्रस्ताव पारित हुआ था। निदा प्रस्ताव पारित हुए कुछ ही दिन बीते थे कि इसी बीच रविवार को खंड विकास अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी के बीच लेनदेन के विवाद का वीडियो वायरल हो गया।