भागीरथी तट उमड़ा सैलाब, हरओर मेले का उल्लास
-कार्तिक पूर्णिमा मेला में गूंजने लगी बैलों के गले की घुंघुरू, ट्रैक्टर तो कोई निजी वा
-कार्तिक पूर्णिमा मेला में गूंजने लगी बैलों के गले की घुंघुरू, ट्रैक्टर तो कोई निजी वाहन से पहुंचा मेला फोटो संख्या-8, 9, 10, 16, 17, 18
संसू, डलमऊ (रायबरेली) : भागीरथी के तट पर धार्मिक नगरी डलमऊ की गलियों में सुबह से ही बैलों के गले में बंधी घंटियों की आवाज लोगों को आकर्षित करने लगी थी। क्योंकि बैलगाड़ियों का रेला गंगा तट की ओर बढ़ रहा था। यहां लोग रात्रि प्रवास कर सुबह गंगा में स्नान करने की प्राचीन परंपरा को आज भी उसी उत्साह से मनाते चले आ रहे हैं।
डलमऊ महोत्सव में सांस्कृतिक मंत्रालय भारत सरकार की ओर से आई जागृति ज्योति संस्थान बरेली टीम के कलाकारों ने जलवा बिखेरा। कलाकारों ने सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया, तो पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। नपं अध्यक्ष बृजेश दत्त गौड़, एसडीएम डलमऊ जीतलाल सैनी, अधिशासी अधिकारी अमित ¨सह, संतोष त्रिवेदी, शुभम गौड़, दिलीप बाजपेई, शोहराब अली, सतीश जायसवाल, शैलेश मिश्र मौजूद रहे। संचालन राजेंद्र विश्वकर्मा ने किया। बड़ा मठ में बहेगी, भक्ति की गंगा
डलमऊ बड़ा मठ के ब्रह्माचारी दिव्यानंद गिरि ने बताया कि 23 नवंबर को सुबह गंगा आरती के साथ भंडारे का आयोजन होगा। गुरुवार को 11 बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार पंडित अभय शास्त्री और हरि शास्त्री ने कराया। महामंडलेश्वर स्वामी देवेंद्रानंद गिरि ने बताया कि यज्ञोपवीत का कार्यक्रम वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सुबह से प्रारम्भ हो गया। कांग्रेस कार्यकर्ता मेलार्थियों का करेंगे सहयोग
यहां पर सात से आठ लाख श्रद्धालु आते हैं। ऐसी दशा में कई संगठन के पदाधिकारी सहयोग के लिए आगे आते हैं। कांग्रेस पार्टी द्वारा राजा डलदेव पार्क के सामने एक कैंप लगाया गया है। जिलाध्यक्ष बीके शुक्ल ने बताया कि मेले में बिछड़े लोगों को पार्टी के कार्यकर्ता उनके परिजनों तक पहुंचाएंगे। साथ ही श्रद्धालुओं की समस्याओं का निस्तारण कराएंगे। अशोक ¨सह, सुनील श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, गुरशरण ¨सह बक्शी व नन्हे ¨सह आदि मौजूद रहे।