जिले के 52 केंद्रों पर विश्वविद्यालय परीक्षा प्रारंभ
रायबरेली छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर की परीक्षा मंगलवार से शुरू हो गई। पह
रायबरेली : छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर की परीक्षा मंगलवार से शुरू हो गई। पहले दिन स्नातक प्रथम वर्ष में हिदी, जबकि द्वितीय और तृतीय वर्ष में समाजशास्त्र की परीक्षा हुई। सीसी कैमरा, राउटर के माध्यम से विश्वविद्यालय से केंद्रों पर नजर रखी गई। शहर के एफजी कॉलेज, इंदिरा गांधी राजकीय महिला महाविद्यालय में परीक्षार्थियों की तलाशी के बाद कमरे में जाने दिया गया।
एफजी कॉलेज प्राचार्य डॉ. यामिनी शर्मा ने बताया कि तीन पालियों में परीक्षा कराई गई। पहली पाली में 958, जबकि दूसरी और तीसरी पाली में 485-485 परीक्षार्थी शामिल हुए। नकल विहीन परीक्षा के लिए विश्वविद्यालय के निर्देशों का पूरा पालन किया जा रहा है।
गौरतलब है कि जिले में 52 महाविद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इसमें 25 हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। सलोन क्षेत्र सर्वोदय विद्यापीठ पीजी कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष में 67 छात्र-छात्राएं अनुपस्थित रहे। यहां प्रथम वर्ष में पंजीकृत 670 में से 603, द्वितीय वर्ष में 355, जबकि तृतीय वर्ष में 354 परीक्षार्थी शामिल हुए।
आंतरिक सचल दस्ते रहे सतर्क
संसू, डलमऊ : मंगलवार को कानपुर विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो गई। पहले दिन परीक्षार्थी सुबह जल्दी केंद्रों पर पहुंच गए। नकल विहीन परीक्षा के लिए शासन की सक्रियता परीक्षा केंद्रों में साफ दिखी। इस दौरान आंतरिक सचल दस्ता भी सक्रिय रहा। साथ ही विश्वविद्यालय भी ऑनलाइन निगरानी कर रहा है। सभी कक्षों में लगे कैमरों की लॉगिन आइडी विश्वविद्यालय के पास है।
अचानक बदला परीक्षा केंद्र, मची अफरातफरी
संसू, बछरावां : दयानंद बछरावां पीजी कॉलेज के छात्र-छात्राओं की उस समय मुश्किल बढ़ गई, जब परीक्षा केंद्र शिव महाविद्यालय पश्चिम गांव हरचंदपुर को निरस्त करके एफजी कॉलेज कर दिया गया। अचानक निरस्त होने से महाविद्यालय प्रशासन में अफरा तफरी मच गई। मोबाइल पर मैसेज, फोन और सोशल मीडिया के सहारे सभी तक सूचना पहुंचाने का प्रयास किया गया। एक दिन पहले केंद्र बदलने से मंगलवार सुबह काफी संख्या में परीक्षार्थी कॉलेज पहुंच गए। इस पर सभी को निजी वाहन से एफजी कॉलेज तक पहुंचाया। प्राचार्य सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि एक दिन पहले ही केंद्र बदल गया। इससे थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन सभी बच्चे परीक्षा में शामिल हो गए।