आधार बनवाने उमड़ी भीड़ ने की तोड़फोड़, मची भगदड़
- सूचना पर पहुंचे पुलिस और पीएसी के जवानों ने डंडा पटककर खदेड़ा - कई महीनों से लगा रहे चक्कर कर्मियों पर लगाया मनमानी का आरोप
रायबरेली: आधार कार्ड के लिए टोकन लेने आई भीड़ ने प्रधान डाकघर में जमकर हंगामा किया। कर्मचारियों की लेटलतीफी से गुस्साए लोगों ने पोस्ट ऑफिस की खिड़कियों में लगे शीशे तोड़ दिए। इससे अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर पहुंचे पीएसी व पुलिस के जवानों ने डंडा पटक कर किसी तरह भीड़ को तितर-बितर किया।
गौरतलब है कि डाकघर समेत ग्रामीण बैंक, बीआरसी, एसबीआइ आदि को आधार कार्ड बनाने के निर्देश हैं। लेकिन वर्तमान में केवल डाकघर में ही आधार बन रहे हैं। यहां प्रतिदिन 80 से 100 आधार कार्ड बनते व अपडेट होते हैं। मंगलवार को लालगंज ही नहीं, बछरावां, डलमऊ, महराजगंज, दीनशाह गौरा आदि दूर दराज समेत पड़ोसी जनपद उन्नाव तक से लोग टोकन लेने पहुंच गए। सुबह चार बजे से ही लाइन लगनी शुरू हो गई। आठ बजे चौराहे तक लाइन पहुंच गई। इसके चलते मार्ग पर जाम की समस्या होने लगी। नौ बजे तक खिड़की नहीं खुली तो आक्रोशित लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। इसके बाद भी टोकन नहीं बंटे तो लोगों ने आपा खो दिया। नारेबाजी करते हुए खिड़कियों पर लगे कांच तोड़ दिए। सूचना मिलते ही हरकत में आए पुलिस व पीएसी के जवानों ने लाठी पटककर किसी तरह सभी को वहां से खदेड़ दिया।
इनसेट
आधार की चिता में नहीं रहा कोरोना का खौफ
टोकन लेने वालों की वृद्ध से लेकर बच्चे और महिलाएं एक किलोमीटर से अधिक लंबी लाइन में एक-दूसरे के काफी नजदीक खड़े थे। शारीरिक दूरी की कौन कहे कइयों ने मास्क तक नहीं लगाए। मानों उन्हें कोरोना का कोई खौफ नहीं है।
छात्रव़त्ति को किसी को खोलवाना खाता
दरअसल अब विद्यालय में प्रवेश, छात्रवृत्ति, बैंक में नया खाता खोलवाने, राशनकार्ड बनवाने सभी जगह आधार कार्ड अनिवार्य है। पहले से भी जिनके बने हैं उनमें कई कमियां हैं। इसके कारण नए कार्ड के साथ संशोधन कराने वालों की लंबी तादाद है।
इनकी सुनें
अकेले डाकघर में आधार कार्ड बनने के चलते भीड़ हो रही है। एक दिन में 80 से 100 आधार कार्ड ही बन पाते हैं। जब तक अन्य जगहों पर भी आधार कार्ड बनने शुरू नहीं होंगे तब तक भीड़ लगती रहेगी।
कमल मिश्र, कार्यवाहक पोस्टमास्टर