शहरियों की जेब पर भार बढ़ा पालिका होगी मालामाल
- बोर्ड की बैठक में भवनों के स्वामित्व परिवर्तन और नामांतरण समेत कई शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव
रायबरेली : नगरवासी नए टैक्स के लिए तैयार रहें। नगरपालिका बोर्ड बैठक में कुछ ऐसा ही होने वाला है। शहर के विकास के बहाने पालिका खजाना भरने की तैयारी कर ली है। इसके लिए नए टैक्स लगाने की तैयारी कर ली है। अब आवास के खरीद फरोख्त में टैक्स चुकाना होगा। इसके साथ ही नामांतरण से लेकर मलबा शुल्क तक से जेब पर भार पड़ना तय है।
नगर पालिका की 28 सितम्बर को बोर्ड बैठक प्रस्तावित है। हर किसी को उम्मीद होती है कि शहर में कुछ बेहतर होगा। जलजमाव, खस्ताहाल सड़क, पार्क आदि संवरेंगे। लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं होने वाला है। पालिका द्वारा विकास से ज्यादा खुद की तंगहाली को दूरी करने की चिता है। यही वजह है कि खजाना भरने के लिए कई नए शुल्क लगाने जा रही है। इसका प्रस्ताव भी तैयार कर लिया गया है। साथ ही समर्थन के लिए सभासदों की आवाभगत भी शुरू हो गई है। प्रस्ताव में किसी तरह की बाधा न उत्पन्न हो इसका विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सबसे खास बात यह है कि शहर में आवास खरीदना आसान नहीं होगा। इसके लिए भी नगर पालिका को भी शुल्क देना होगा। साथ ही नामांतरण के लिए एक रकम निश्चित कर दी गई है। हालांकि अभी बैठक के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि सभासद शुल्क बढ़ोतरी के पक्ष में है या फिर विपक्ष। कितना शहरवासियों पर भार पड़ेगा।
बोर्ड बैठक में प्रस्तावित अतिरिक्त शुल्क
कर अनुभाग के भवनों के स्वामित्व परिवर्तन, नामांतरण शुल्क निर्धारित करते हुए बैनामा के आधार पर विक्रय धनराशि का एक प्रतिशत और उत्तराधिकार वसीयत में नामांतरण के लिए एक हजार शुल्क लगाने का प्रस्ताव है। इसके साथ ही अभी तक 10 रुपये में मिलने वाला नामांतरण फार्म और 50 रुपये करने की तैयारी है।
बोर्ड बैठक 28 सितम्बर को प्रस्तावित है। शुल्क बढ़ोतरी प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद ही किया जाएगा। हालांकि यह शुल्क कई शहरों में पहले से ही लगाया जा चुका है।
डॉ. आशीष कुमार सिंह, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद