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दफ्तर में बुलाकर मीटर रीडर को पीटा, तोड़फोड़

रायबरेली : बिजली के बिल बनाने वाली कंपनी फ्लूएंटग्रिट और मीटर रीडरों के बीच चल रही तन

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Feb 2019 11:59 PM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 11:59 PM (IST)
दफ्तर में बुलाकर मीटर रीडर को पीटा, तोड़फोड़
दफ्तर में बुलाकर मीटर रीडर को पीटा, तोड़फोड़

रायबरेली : बिजली के बिल बनाने वाली कंपनी फ्लूएंटग्रिट और मीटर रीडरों के बीच चल रही तनातनी में रविवार को नया मोड़ आ गया। वार्ता के लिए आए मीटर रीडर की पिटाई की गई। इससे आक्रोशित रीडरों ने दफ्तर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की।

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रविवार को कंपनी के अफसरों ने हड़ताल पर चल रहे मीटर रीडरों को वार्ता के लिए बुलाया था। नेहरू नगर स्थित कंपनी के कार्यालय में बातचीत चल रही थी। सूत्रों के मुताबिक कंपनी के एक अफसर ने मीटर रीडर अश्वनी मिश्र की पिटाई कर दी। बाहर खड़े अन्य मीटर रीडरों को पता चला तो वे आक्रोशित हो गए। अंदर घुस गए और अफसरों से मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान दफ्तर में तोड़फोड़ भी की गई। इसके बाद अश्वनी मिश्र के साथ अंकित त्रिवेदी, अखिलेश ¨सह, विनोद चौधरी, अनिल पाल, मनीष श्रीवास्तव, राजेश मौर्य, रोहित अग्निहोत्री, भूपेंद्र यादव आदि ने शहर कोतवाली पहुंच न्याय की गुहार लगाई। वहीं कंपनी के सर्किट इंचार्ज अनूप चौधरी, सुपरवाइजर विनय वर्मा, अंकित चौधरी और अजय यादव भी रिपोर्ट लिखाने शहर कोतवाली पहुंचे। समाचार लिखे जाने तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी।

क्या है विवाद

मीटर रीडरों का कहना है कि कंपनी ने उन्हें 9145 रुपये महीने भुगतान करने के लिए कहा था। अब ढाई रुपये प्रति बिल भुगतान करने की बात कही जा रही है। यही नहीं तीन महीने से रीडरों को मेहनताना नहीं मिला। इसी का विवाद चल रहा है।

सर्किट इंचार्ज अनूप चौधरी का कहना है कि मीटर रीडरों ने पहले दु‌र्व्यवहार किया था। किसी सुपरवाइजर ने उनसे मारपीट नहीं की। बल्कि मीटर रीडरों ने दफ्तर में घुसकर मारपीट और तोड़फोड़ की। उधर, कोतवाल अतुल ¨सह का कहना है कि मामला अभी मेरे संज्ञान में नहीं आया है।


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