धांधली का बड़ा प्रमाण गंग नहर का पुल
संसू, डलमऊ (रायबरेली) : ¨सचाई विभाग में सरकारी बजट की किस तरह लूट होती है, इसे देखना ह
संसू, डलमऊ (रायबरेली) : ¨सचाई विभाग में सरकारी बजट की किस तरह लूट होती है, इसे देखना हो तो डलमऊ आइए। यहां गंग नहर पर बना एक छोटा सा पुल विभाग में भ्रष्टाचार का एक बड़ा उदाहरण बनकर सामने आया है। करीब दो साल पहले भी इस मुद्दे ने जोर पकड़ा था। मगर, जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं हो सकी।
डलमऊ-जगतपुर मार्ग पर शिवपुरी गांव के निकट गंग नहर पर ¨सचाई विभाग ने करीब तीन साल पहले एक पुल बनाया था। इसे बनाने के लिए करीब एक करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ था। काम अधूरा था। नतीजतन, पुराने पुल से ही आवागमन होता रहा। करीब दो साल पहले पुराना पुल टूटा तो आनन-फानन में नए को चालू कर दिया गया। मगर, नया पुल वाहनों का भार बर्दाश्त न कर सका और कुछ दिनों में ही क्षतिग्रस्त हो गया। दो साल में जस के तस रहे हालात
नए पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद दो साल तक वह जस का तस पड़ा रहा। भारी वाहन गदागंज होकर गुजरते, जबकि छोटे वाहन सवार जान हथेली पर रखकर सफर करते रहे। बीते दिनों आए नोडल अधिकारी ने अफसरों के पेच कसे तो इसकी मरम्मत कराई गई। इसके बाद भी पुल चालू न हो सका। गुणवत्ता की होनी चाहिए पड़ताल
डलमऊ कस्बे के इंद्रमणि शुक्ल, ओम प्रकाश दीक्षित, संतोष त्रिवेदी, केके यादव, विनय वैश्य, संदीप चौधरी, राकेश कुमार यादव आदि ने पुल निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। लोगों ने कहा कि पुल का निर्माण गुणवत्तापरक था ही नहीं। यही कारण है कि दो बार क्षतिग्रस्त हो चुका है। इसकी पड़ताल होनी चाहिए। दो साल पहले मामले ने जोर पकड़ा था। मगर, अधिकारियों ने उसे दबा दिया।