डॉक्टर के खिलाफ मुकदमे में सीएमओ की रिपोर्ट बनी फांस
निजी अस्पताल में इलाज के दौरान बची की मौत होने पर तीमारदारों को धमकाने का प्रकरण दस दिन गुजरे जांच पूरी नहीं कर सके मुख्य चिकित्सा अधिकारी नहीं लिखा गया मुकदमा
रायबरेली : आस्था चाइल्ड केयर सेंटर में बच्ची की मौत के बाद उसके परिवार के लोगों को धमकाने के मामले में शनिवार को शहर कोतवाली में तहरीर दी गई। निजी अस्पताल के डॉक्टर का वीडियो वायरल होने के बावजूद सीएमओ ने सिर्फ लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की। उनके द्वारा की जा रही जांच भी अभी पूरी नहीं हो सकी। इस कारण कोतवाली में मुकदमा भी नहीं लिखा गया।
नसीराबाद के परैया नमकसार निवासी जावेद वारसी ने तहरीर देकर बताया कि उसकी आठ वर्षीय भांजी महक की 11 सितंबर को एकाएक तबीयत बिगड़ गई। उसने बच्ची को आस्था चाइल्ड केयर सेंटर में भर्ती कराया। सिर्फ एक बार डॉक्टर ने देखा। रात भर बच्ची तड़पती रही लेकिन, डॉक्टर नहीं आए। भोर में बच्ची की मौत हो गई। जिसके बाद डॉ. धीरज सिंह चंदेल आए और जानमाल की धमकी दी। कहा कि पहलवान बुलाकर जमीन में दफना दूंगा। उक्त मामले में डॉ. चंदेल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
कब होगी जांच पूरी : डॉक्टर द्वारा तीमारदारों को धमकाने का वीडियो वायरल होने पर सीएमओ ने उनके अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर चुप्पी साध ली। डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जांच के आदेश दिए। उक्त संगीन प्रकरण की जांच एक सप्ताह पूरी होने के बाद भी जारी है। भले ही शनिवार को कोतवाली में तहरीर दे दी गई मगर, सीएमओ की रिपोर्ट मिले बिना मुकदमा दर्ज नहीं होगा। मतलब, इस मामले में ठोस कार्रवाई होने में अभी वक्त लगने वाला है।
कोट
तहरीर मिल गई है। क्योंकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं। इसलिए उनकी रिपोर्ट सबसे महत्वपूर्ण है। वह रिपोर्ट जब मिल जाएगी, हम मुकदमा दर्ज कर लेंगे।
-अतुल कुमार सिंह, कोतवाल