उप मुख्यमंत्री के सामने भाजपाइयों का छलका दर्द
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा पीडब्ल्यूडी गेस्ट हॉउस पहुंचे तो कार्यकर्ताओं ने शिकायतों की झड़ी लगा दी
रायबरेली : प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बाद भी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही है। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा पीडब्ल्यूडी गेस्ट हॉउस पहुंचे तो कार्यकर्ताओं ने शिकायतों की झड़ी लगा दी। इस पर उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिया। साथ ही डीएम को उचित कदम उठाने के निर्देश दिए। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी कीमत पर उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने एक-एक करके कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह, जिलाध्यक्ष रामदेव पाल, विधायक धीरेंद्र सिंह, दलबहादुर कोरी, पूर्व जिलाध्यक्ष दिलीप यादव, अनुराग पांडेय, पुष्पेंद्र सिंह, अतुल सिंह, बुद्धीलाल पासी, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह, जनमेजय सिंह, पूर्व प्रदेश सह संयोजक पंचायत प्रकोष्ठ चंद्रप्रकाश त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।
इनसेट अफसरों पर भ्रष्टाचार और मनमानी के लगाए आरोप
भाजपा नगर अध्यक्ष संतोष पांडेय ने हाथी पार्क का मुद्दा उठाया। कहा कि जिला पंचायत और विकास प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से धरने पर बैठना पड़ा। भाजयुमो प्रदेश कार्य समिति सदस्य शिवम सिंह और चंद्रेश सिंह परिहार ने बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। कहा कि कस्तूरबा विद्यालयों में खाद्यान्न और अन्य सामग्री आपूर्ति में मनमानी की जा रही है। सभासद संजय सिंह ने पालिका पर भेदभाव का आरोप लगाया। जिला योजना समिति सदस्य पूनम तिवारी ने भी विकास कार्यों में मनमानी के आरोप लगाए। कुर्सी के लिए गहमागहमी डिप्टी सीएम के बगल बैठने को लेकर बचत भवन में कुछ देर के लिए माहौल तल्ख हो गया। हुआ यूं कि एमएलस दिनेश प्रताप सिंह अपनी नेम प्लेट उठाकर आगे चले गए। वह और उनके भाई जिपं अध्यक्ष अवधेश प्रताप सिंह उप मुख्यमंत्री के बगल बैठ गए। यह बात दूसरे जन प्रतिनिधियों को नागवार गुजरी। मीटिग खत्म होते ही सरेनी विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह ने इस बात को लेकर डीएम वैभव श्रीवास्तव को टोका तो बाकी लोग भी बोल पड़े। कुछ देर तक वहां गहमागहमी का माहौल रहा।