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बाइक में हेलमेट, कार में सीट बेल्ट हैं जीवन रक्षक..

रायबरेली : सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ सर्दी के मौसम में तेजी से बढ़ जाता है। इन दुर्घटनाओ

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 11:47 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 11:47 PM (IST)
बाइक में हेलमेट, कार में सीट बेल्ट हैं जीवन रक्षक..
बाइक में हेलमेट, कार में सीट बेल्ट हैं जीवन रक्षक..

रायबरेली : सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ सर्दी के मौसम में तेजी से बढ़ जाता है। इन दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान चली जाती है। वाहन चलाते समय ये लोग हेलमेट पहनते और कार में सीट बेल्ट का उपयोग करते तो काफी हद तक इसका फायदा मिलता। दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट को बोझ नहीं समझें। यह आपकी जान बचा सकता है और उस दिन आपको इसका असली महत्व समझ आएगा। चार पहिया वाहनों में सुरक्षा के लिए एयरबैग लगे होते हैं। अधिकांश वाहनों में एयरबैग तभी खुलते हैं जब ड्राइवर या सवार ने सीट बेल्ट लगा रखी हो। इसलिए इन दोनों का इस्तेमाल वाहन चलाते समय अवश्य करें।

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हेलमेट आइएसआइ मार्का जरूरी

आइएसआइ मार्का हेलमेट ज्यादा उपयुक्त माने जाते हैं। इनकी बनावट ऐसी होती है कि हादसा होने पर ये आपके गले के ऊपरी हिस्से को पूरी तरह सुरक्षित रखते हैं। ये जल्दी टूटते नहीं है। दुर्घटना होने पर अधिकांश मौतें हेड इंजरी से होती हैं। हेलमेट लगा होने पर सिर में चोट नहीं लगती और शरीर के अन्य अंग ही चोटहिल होते हैं। जो कुछ दिन में इलाज के जरिए ठीक हो जाती हैं। वैसे बाजार में 250 रुपये से आइएसआइ मार्का हेलमेट मिलना शुरू हो जाता है। मगर जानकारों की मानें तो 800 रुपये से ऊपर की कीमत वाला ही हेलमेट इस्तेमाल करना चाहिए। ये आकर्षक और मजबूत होता है।

25 में 10 मौतें सीट बेल्ट की वजह से

उप यातायात निरीक्षक अनिल ¨सह ने बताया कि जिला अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार यहां हर महीने 25 से 30 मौतें रोड एक्सीडेंट में हेड इंजरी से होती हैं। इनमें 10 मौतें तो कार में सीट बेल्ट नहीं लगाने से हुई हेड और पसलियों की इंजरी से होती हैं। सर्वे में पाया गया कि हाइवे पर हुए कार एक्सीडेंट में सिर्फ सीट बेल्ट नहीं लगे होने के कारण ड्राइवर और को-ड्राइवर सीट पर बैठे लोगों का बचना मुश्किल होता है।

मुख्य मार्गों पर गड्ढों की पै¨चग जरूरी

कोहरे में सामने पांच मीटर तक देखना मुश्किल होता है। ऐसे में सड़क के गड्ढे दिख जाएं, ये नामुमकिन सा होता है, खासकर उनके लिए जिन्हें रास्ते के बारे में जानकारी नहीं है। इसलिए समय रहते गड्ढे भर दिए जाने चाहिए। शहर में हाईवे खासकर चौराहों पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं। जहां बड़ी गाड़ियां लहरा जाती हैं और कारें अनियंत्रित हो जाती हैं। इन स्थानों पर आमदिनों में हादसे होते रहते हैं। ठंड में हादसों का स्वरूप और भयावह हो सकता है। इसलिए इस पर काम करने की बेहद आवश्यकता है।

बुधवार विशेष दिन, फिर भी लापरवाही

योगी सरकार ने बुधवार को हेलमेट और सीट बेल्ट लगाने के लिए विशेष दिन घोषित कर रखा है। इस दिन सभी थाना क्षेत्रों में वाहन चे¨कग की जाती है। बड़ी संख्या में वाहनों का चालान करने के साथ जुर्माना भी वसूला जाता है। बावजूद इसके, हम स्वयं अपनी जान की परवाह न करके कानून तोड़ते रहते हैं। जो कि सिर्फ हमारे लिए ही नहीं बल्कि हमारे पूरे परिवार, शुभ¨चतकों के लिए भी पीड़ादायी साबित हो सकता है।

कोट

हेलमेट लगाने और सीट बेल्ट का इस्तेमाल करने से आप सुरक्षित रहेंगे। ये हर आमोखास को बिना किसी दबाव के इस्तेमाल करना चाहिए। पुलिस का काम सुरक्षा करना है। यातायात नियमों में इन दो चीजों के लिए टोकने में पुलिस अधिकारियों को भी बुरा लगता है। ये मेरी भी सलाह है कि यातायात नियमों का अनुपालन करें। धीरे चलें और सुरक्षित पहुंचे।

-सुजाता ¨सह, पुलिस अधीक्षक


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