भाइयों की सुख-समृद्धि और दीर्घायु की कामना
जासं, रायबरेली : भाई-बहन के पवित्र रिश्तों का प्रमुख पर्व भइया दूज शुक्रवार को जिलेभर में धू
जासं, रायबरेली : भाई-बहन के पवित्र रिश्तों का प्रमुख पर्व भइया दूज शुक्रवार को जिलेभर में धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी सुख-समृद्धि और दीर्घायु की कामना की। इस दौरान भाइयों ने बहनों को उपहार देकर खुश किया।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आज के दिन यमराज की बहन यमुना ने अपने भाई को टीका लगाकर इस त्योहार की परंपरा शुरू की थी। रक्षाबंधन के बाद भाई-बहन के पवित्र रिश्तों का दूसरा सबसे बड़ा पर्व है। डलमऊ बड़ा मठ के महामंडलेश्वर स्वामी देवेंद्रानंद गिरि ने भाई दूज के त्योहार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि द्वितीया तिथि को परंपरा के अनुसार भाई बहन के घर जाते हैं। बहन घर के आंगन में भूमि पर चावल के आटे से भाइयों व गंगा, यमुना, सूर्य, चंद्रमा आदि के चित्रों को उकेर कर विधि-विधान से पूजा कर अपने भाइयों की लम्बी उम्र की प्रार्थना करती हैं। भइया दूज पर जहां नन्हे-मुन्ने बच्चों में खासा उत्साह रहा। वहीं, बड़ों ने भी अपनी बहनों के घर जाकर उनसे टीका लगवाया। एक-दूसरे को मिठाई खिलाई। भाइयों ने भी बहनों की रक्षा का वचन लिया। शहर के साथ ग्रामीण अंचलों में भी भइया दूज का पर्व पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। परिवारीजन भी पूरे उत्साह के साथ शामिल हुए।
सलोन क्षेत्र में भाई दूज का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। भाईदूज में बहनें रोली और अक्षत से अपने भाई को तिलक लगाकर उसके उज्जवल भविष्य की कामना की। वहीं, भाई बहनों को उपहार देकर उनकी खुशियों को दोगुना कर दिया। भाई बहन के पर्व के रूप में रक्षाबंधन की ही तरह भाई दूज का भी बड़ा महत्व है। ग्यारह सौ दीये जलाए
संसू, परशदेपुर : क्षेत्र में दीपावली और भइया दूज का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। भगवान परशुराम की तपोस्थली परशदेपुर की माता मिढ़ुरिन मंदिर मे दीपावली की शाम माता मिढ़ुरिन सेवा संस्थान के पदाधिकारियों व नगर के लोगों ने 1100 घी के दीपक जलाए। माता मिढ़ुरिन सेवा संस्थान के प्रबंधक गोपाल श्रीवास्तव ने बताया कि हर बार मंदिर पर घी का दीपक जलाया जाता है। इस अवसर पर पुजारी रामदेव मिश्रा, अनुराग श्रीवास्तव, सुधीर मिश्रा, सतीश कौशल आदि मौजूद रहे।