कांग्रेस के गढ़ रायबरेली में पार्टी के दिग्गज नेता की राजनीतिक करवट
एमएलसी दिनेश सिंह के भाई अवधेश सिंह ने एक पत्र जारी किया है। इसमें लिखा है कि पंचवटी अब कांग्रेस की नहीं रही। दरअसल (पंचवटी) दिनेश सिंह के भवन का नाम है।
रायबरेली (जेएनएन)। देश की राजनीति में वैसे तो रायबरेली को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, लेकिन अब गढ़ की नींव पर भी प्रहार होने लगा है। सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष का पद त्याग देने के बाद से यहां के कांग्रेसी अब उतने जोश में नहीं है। अब तो रायबरेली में पार्टी के बड़े सिपहसालार उनको बड़ा झटका देने लगे हैं।
रायबरेली में कांग्रेस के काफी बड़े सिपहसालार अब पार्टी से किनारा कसने लगे हैं। ताजा घटनाक्रम में पार्टी के एमएलसी दिनेश सिंह के भाई अवधेश सिंह ने एक पत्र जारी किया है। इसमें लिखा है कि पंचवटी अब कांग्रेस की नहीं रही। दरअसल (पंचवटी) दिनेश सिंह के भवन का नाम है। यहीं दिनेश सिंह परिवार की राजनीतिक रणनीति तय होती है।
यह परिवार सोनिया गांधी के करीबियों में शुमार रहे हैं। यह लोग कुल पांच भाई हैं। तीन लोग राजनीति में सक्रिय हैं। राकेश प्रताप सिंह रायबरेली के ही हरचंदपुर से कांग्रेस से विधायक हैं।
अवधेश सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। सबसे बड़े भाई गनेश सिंह और छोटे भाई बृजेश सिंह व्यवसाय संभालते हैं। अवधेश सिंह ने हालांकि अभी उन्होंने किसी नए राजनीतिक ठौर की ओर इशारा नहीं किया है। इसके बाद भी माना जा रहा है कि भाजपा से उनकी कुछ बातचीत चल रही है। इस बारे में एमएलसी दिनेश सिंह ने कुछ भी कहने से इन्कार किया है।