रायबरेली जेल का एक और वीडियो वायरल, शार्प शूटर अंशू दीक्षित ने जताई हत्या की आशंका
रायबरेली जेल से एक और वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें शार्प शूटर ने अपनी हत्या की आशंका जताई है। यहां पर शार्प शूटर अंशू दीक्षित ने साथियों समेत अपनी हत्या की आशंका जताई है।
रायबरेली, जेएनएन। बागपत जिला जेल में माफिया डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद जेलों की कलई खुलने के बाद भी यहां पर हालात सुधरे नहीं हैं। पैसे के दम पर जेल में समानांतर सत्ता भी चल रही है। रायबरेली में जब मामला सामने आया तो एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया। यहां पर हालात अभी भी नहीं सुधरे हैं।
रायबरेली जेल से एक और वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें शार्प शूटर ने अपनी हत्या की आशंका जताई है। यहां पर शार्प शूटर अंशू दीक्षित ने साथियों समेत अपनी हत्या की आशंका जताई है। उसने जो वीडियो जारी किया है, वह सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में अंशू दीक्षित कह रहा है कि पैसे लेकर यहां जेल में सब कुछ होता है। जेलर के साथ मिलकर एसटीएफ यहां पर मेरी हत्या करा सकती है।
रायबरेली जेल में अनियमितता का बड़ा मामला सामने आने के बाद सिर्फ एक सिपाही को सजा दी गई, लेकिन जेल के उच्चपदस्थ अधिकारियों पर अबतक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इस दौरान जेल व्यवस्था के छेद भी उजागर हुए। विभागीय कर्मियों की मदद से ही मोबाइल, शराब व अन्य सामग्री अंदर पहुंची। इसके बाद वहां वीडियो बना। उसे दिखाकर डिप्टीजेलर को धमकाया। इसी के नाते पांच कैदियों को दूसरी जेलों में भेजा गया। उसके बाद शातिरों ने वीडियो वायरल कर दिया। उनकी साजिशें कारगर हुईं, जेल प्रशासन की गर्दन नाप दी गई।
रायबरेली जिला जेल में यह घटनाक्रम बीते महीने का है। यहां पर पांच लोग कैदी सोहराब से मिलने आए। यहां तीन ने पर्ची बनवायी। दो सेटिंग से अंदर पहुंचे।
डिप्टी जेलर रामचंद्र तिवारी ने मामला पकड़ा। जेल अधीक्षक को सिपाही की करतूत बताई। एसपी ने सिपाही अवधेश भार्गव को निलंबित कर दिया। ये बातें सोहराब समेत यहां बंद कैदी दल सिंगार, अजीत चौबे, अंशू दीक्षित, निखिल सोनकर को अखर गईं। उधर, निलंबित सिपाही भी अफसरों से तन गया। शातिर बदमाशों ने जेल में ही सेटिंग कर मोबाइल व शराब मंगाई। फिर वीडियो बनाया। एक में रंगदारी मांगने व दूसरे भोजन की गुणवत्ता पर निशाना साधा। यही वीडियो दिखाकर पांचों ने डिप्टी जेलर को अर्दब में लेने की कोशिश की। इस पर डिप्टी जेलर ने पूरा मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में पहुंचाया। 10 नवंबर को सोहराब (पूर्वांचल के एक माफिया सरगना का खास) को तिहाड़ भेज दिया गया। फिर 19-20 तारीख को बाकी चारों को विभिन्न जेलों में शिफ्ट कर दिया गया।
'ये रायबरेली जेल है...यहां खुलेआम घूमते हैं हम लोग' जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें एक कैदी मोबाइल पर किसी गुप्ता को धमकाते हुए कह रहा है कि....'ये रायबरेली जेल है, यहां खुलेआम हम लोग घूमते हैं'। ...यही अंश साजिश को बेनकाब करता है। दरअसल कैदी यह बताने की कोशिश में हैं कि रायबरेली जेल बदनाम हुई तो यहां के अफसरों पर गाज गिरेगी। हुआ भी यही, कैदी अपने कुचक्र में जेल के अफसरों को लपेट ले गए।