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एजेंसियों ने धान खरीद से किए हाथ खड़े, 34 केंद्र बंद

प्रबंधकों के प्रस्ताव पर जिला स्तरीय समिति ने लिया फैसला 15 अक्टूबर से शुरू खरीद 28 फरवरी तक खुलने का है आदेश

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Jan 2021 12:24 AM (IST)Updated: Tue, 12 Jan 2021 12:24 AM (IST)
एजेंसियों ने धान खरीद से किए हाथ खड़े, 34 केंद्र बंद
एजेंसियों ने धान खरीद से किए हाथ खड़े, 34 केंद्र बंद

रायबरेली : क्रय केंद्रों पर धान बेचने के बाद किसानों को भुगतान नहीं मिल पा रहा है। लगातार बढ़ रहे दबाव और बवाल के बाद एजेंसियों ने खरीद करने से हाथ खड़े कर दिए। साथ ही 34 क्रय केंद्रों को बंद करने का प्रस्ताव बनाकर जिला स्तरीय समिति को भेज दिया। इस पर समिति ने सहमति जता दी है। इससे अब अन्नदाताओं की मुश्किलें बढ़नी तय है।

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शासन से जिले में धान खरीद के लिए एक लाख 30 हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य दिया गया है। इसके लिए 79 क्रय केंद्र 15 अक्टूबर को खोले गए। सभी जगह 28 फरवरी तक खरीद करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रारंभ में ही दिक्कते आने लगी। शुरुआत से ही कई क्रय एजेंसियों की ओर से किसानों का भुगतान करने में काफी दिक्कतें आ रही थी। 72 घंटे में भुगतान का आदेश के बाद भी एक-एक सप्ताह में भी किसानों को पैसा नहीं मिल पा रहा था। इसको लेकर कई बार हंगामा भी हो चुका है। पीसीएफ, यूपी स्टेट एग्रो के जिला स्तरीय अधिकारियों और फारमर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के जिला प्रभारी ने धान क्रय केंद्र बंद किए जाने के लिए प्रस्ताव दिया था। जिला स्तरीय कमेटी ने इस पर निर्णय लेते हुए पीसीएफ के 27, यूपी स्टेट एग्रो के चार, फारमर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के तीन क्रय केंद्रों को बंद कर दिया। इसके बाद अब जिलेभर में मात्र 45 केंद्र संचालित हैं। पीसीएफ के अभी भी 18 क्रय केंद्र चल रहे हैं।

इनकी सुनें,

क्रय एजेंसियों ने लिखित दिया था कि धन उपलब्ध न होने के कारण भुगतान करने में दिक्कतें आ रही थी। लक्ष्य से ज्यादा खरीद हो रही थी। 34 क्रय केंद्रों को बंद किया गया है, जबकि अभी भी 45 केंद्र चल रहे हैं।

रामानंद जायसवाल, जिला खाद्य विपणन अधिकारी


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