बूंदाबांदी से सर्दी के साथ बढ़ी गलन
दिनभर आसमान में छाए रहे बादल कोहरे से वाहनों की रफ्तार धीमी
रायबरेली : पर्वतीय क्षेत्र में बर्फबारी का असर पड़ने लगा है। पिछले दो दिन से कोहरे से सर्दी बढ़ गई है। वहीं सोमवार को बूंदाबांदी हुई। इससे ठंड के साथ ही गलन से भी लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है। हाल यह रहा कि घरों में लोग रजाई के अंदर छिपे रहे। वहीं दफ्तरों में कमरे से बाहर निकलने से अधिकारी और कर्मचारी कतराते रहे।
पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक मौसम ने जबरदस्त करवट ली है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की वजह से ठंड बढ़ने लगी है। सुबह ठंडी हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई। सर्दी से बचने के लिए अलाव के आसपास लोग जुटे रहे। नगर पालिका परिषद अधिकारी अधिकारी बाल मुकुंद मिश्र ने बताया कि अलाव के स्थानों को बढ़ा दिया गया है। साथ ही रैन बसेरों पर भी नजर रखी जा रही है।
दिनभर आसमान में छाए रहे बादल
सुबह बूंदाबांदी के बाद दिनभर आसमान में बादल छाए रहे। इसके चलते गलन बढ़ने लगी है। पिछले दो दिन से दोपहर बाद सूर्य देव दर्शन दे दिए थे। इससे थोड़ी राहत रही। सोमवार को पूरे दिन धूप नहीं निकलने से हर कोई परेशान रहा।
नहीं बदला मौसम तो फसल प्रभावित
सर्दी के तेवर देख अन्नदाता परेशान हैं। सरसो, आलू को सबसे अधिक नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है। किसानों का कहना है कि यदि मौसम इसी तरह रहा तो रोग लग सकते हैं। इसका असर पैदावार पर भी पड़ेगा।
गोवंश की मौत के बाद हरकत में आए अधिकारी
रायबरेली : गोआश्रय स्थल धूता अव्यवस्थाओं की शिकार थी, लेकिन किसी जिम्मेदार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। बीते दिनों एक गोवंश की मौत हुई तो अफसर हरकत में आ गए।
धूता ग्रामसभा में बेसहारा मवेशियों के संरक्षण के लिए वर्ष 2020 में 50 गोवंशों की क्षमता वाली गोशाला का निर्माण कराया गया था। इसमें वर्तमान समय में 50 गोवंश रहते हैं। गोशाला में देखभाल करने वालों की लापरवाही की वजह से बीते दिन एक गाय की मौत हो गई। पशु चिकित्सक अशोक वर्मा ने मौत की वजह बीमारी बताई। आरोप है कि चारा की कमी के कारण मवेशी की मौत हो गई। उधर, बीडीओ जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत अधिकारी कौशल किशोर को चारे की कमी की पड़ताल करने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।