दो बेटियों की हत्या के बाद अमरपाल ने की थी खुदकुशी
मौरावां पुलिस की सतर्कता से सामने आया वारदात का सच लालगंज पुलिस को पता नहीं सरेनी ने पहले ही दबा दिया था मामला
रायबरेली : चाय की दुकान करने वाले शख्स ने पहले अपनी दो बेटियों की हत्या की, फिर पकड़े जाने के डर से आत्महत्या कर ली। महज तीन दिनों के भीतर ये तीन वारदात हुईं। जिसका सच उन्नाव की मौरावां पुलिस की सक्रियता से सामने आ सका। इस वारदात के तार लालगंज और सरेनी थाने से जुड़े हैं मगर, यहां की पुलिस कुंभकर्णी नींद से उठी ही नहीं।
30 जुलाई को मौरावां के गुलरिहा में 22 वर्षीय युवती का शव मिला। उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। जिसमें मौरावां थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखा गया। फिर 31 जुलाई को करीब 14 साल की किशोरी का शव सरेनी के खानपुर गांव के पास नाले में मिला था। उसका भी पहले गला दबाया गया फिर पानी में फेंक दिया गया। फिर एक अगस्त को लालगंज के राजपति नगर मजरे धनाबाद गांव में एक शख्स का पेड़ पर शव लटका मिला। उसकी पहचान अमरपाल निवासी पूरे नौरंग मजरे आलमपुर, लालगंज के रूप में हुई। जो कस्बे में ही चाय की दुकान करता था। एक अगस्त को ही वारदात की तहकीकात करते-करते मौरावां पुलिस अमरपाल के घर पहुंच गई। जिसके बाद इस जघन्य वारदात की सच्चाई सामने आ सकी। अमरपाल ही अपनी बड़ी बेटी रोशनी को बोर्डिंग स्कूल में एडमिशन कराने की बात कहकर घर से निकला था। उसी ने गुलरिहा में रोशनी की हत्या कर दी। अमरपाल और रोशनी का बाइक से जाते एक वीडियो पुलिस के हाथ लग गया था। जिसे वायरल करने पर ही पुलिस उसके घर तक पहुंची। मगर, इसके पहले ही अमरपाल अपनी दूसरी बेटी ममता को भी बोर्डिंग स्कूल में एडमिशन कराने के बहाने ले गया और सरेनी के खानपुर के पास हत्या करके नाले में फेंक दिया। और फिर खुद एक अगस्त को आत्महत्या कर ली।
मौरावां एसओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि रोशनी की मां ने बताया कि वह लगातार अपने पति पर बेटियों से बात कराने का दबाव बना रही थी। मगर, वह उसे टरका रहा था। शायद उसे डर रहा होगा कि पुलिस उसे पकड़ लेगी, तभी उसने आत्महत्या कर ली। एसओ ने कहा कि हमारे थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। अब जो भी विधिक कार्रवाई है, वो की जाएगी।