फर्जी रिपोर्टिग मेंफंसे पूर्व डीपीआरओ, नोटिस
जासं, रायबरेली : जिले के पूर्व प्रभारी जिला पंचायती राज अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन के तहत बन र
जासं, रायबरेली : जिले के पूर्व प्रभारी जिला पंचायती राज अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन के तहत बन रहे शौचालयों की शासन को गलत सूचना देकर फंस गए हैं। स्वच्छ भारत मिशन के मिशन निदेशक ने निवर्तमान डीपीआरओ को नोटिस जारी करके जवाब तलब किया है। सात दिन में जवाब न मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
शासन की ओर से जिले में चल रहे स्वच्छ भारत मिशन की लगातार निगरानी की जा रही है। शौचालयों की नियमित रिपोर्ट जिले से मांगी जाती है। यहां तैनात रहे प्रभारी जिला पंचायती राज अधिकारी चंद्रकिशोर वर्मा भी शौचालयों के निर्माण की रिपोर्ट शासन को भेजते थे। शासन से जब इसकी पड़ताल कराई गई तो आंकड़े फर्जी मिले। आंकड़ों का यह खेल एक बार नहीं, बल्कि दो-दो बार पकड़ा गया। एक बार क्यूसीआइ की टीम ने जिले की चार ग्राम पंचायतों का स्थलीय निरीक्षण किया था। इसमें 56.70 फीसद ओवर रिपोर्टिग पाई गई। इस रिपोर्ट की फिर से पड़ताल कराई गई। इस बार मंडलीय उपनिदेशक पंचायत ने शौचालयों का सत्यापन किया। उपनिदेशक ने सात गांव जांचे। इन गांवों में छानबीन के बाद ओवर रिपोर्टिग की दायरा और भी बढ़ गया। क्यूसीआइ की पड़ताल में 56.70 फीसदी अधिक रिपोर्टिग हुई थी, जबकि उपनिदेशक की जांच में 81 फीसदी ओवर रिपोर्टिग पाई गई। यानी जिन गांवों में उपनिदेशक ने जांच की थी, वहां सिर्फ 19 फीसदी शौचालय बने थे। भेजी गई रिपोर्ट में बने हुए शेष शौचालयों के आंकड़े हवा-हवाई थे। शासन ने जताई ¨चता
मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वच्छ भारत मिशन के मिशन निदेशक आकाश दीप ने जिले के पूर्व डीपीआरओ चंद्रकिशोर वर्मा को पत्र जारी किया है। पत्र में इस तरह की रिपोर्टिग पर ¨चता जताई गई है। साथ ही पूर्व डीपीआरओ को पत्र मिलने के सात के अंदर अपना जवाब देने के आदेश दिए गए हैं। समय पर जवाब न मिलने पर कार्रवाई की बात कही गई है।