केशवापुर और सरायंदामू में आग का कहर, 50 घर राख
रायबरेली बुधवार को जिले के दो गांवों में अग्निकांड की बड़ी घटनाएं हुईं। केशवापुर और
रायबरेली : बुधवार को जिले के दो गांवों में अग्निकांड की बड़ी घटनाएं हुईं। केशवापुर और सरायंदामू में आग का रौद्र रूप देखने को मिला। एक जगह 35 घर तो दूसरी जगह 15 मकान जल गए। आग ने इस कदर कहर बरपाया कि खाने का एक दाना तक घरों में नहीं बचा। कुछ बचा था तो सिर्फ राख।
एक घटना सलोन तो दूसरी राही ब्लॉक क्षेत्र में हुई। सलोन के केशवापुर गांव में दोपहर बाद अचानक एक बांस कोठी से अचानक धुआ उठता दिखा। गांव वालों की नजर पड़ी। मगर, जब तक वह कुछ समझते या करते, तब तक बांस कोठी से आग की लपटें निकलने लगीं। तेज हवा ने आग में घी का काम किया। चिगारी उड़ी और मकानों पर जा गिरी। जिसके बाद एक-एक कर गांव के करीब 35 घर आग की चपेट में आ गए। इससे गांव में अफरातफरी मच गई। सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अफसर पहुंचे। दमकल बुलाई गई। मगर, गांव के रास्ते संकरे होने के कारण फायर ब्रिगेड को पहुंचने में वक्त लग गया। जब दमकल कर्मी पहुंचे तो आग बुझाई जा सकी। घटना में 10 लाख के नुकसान की बात कही जा रही है। इसी तरह एक घटना राही के पूरे रघुरइया मजरे सरायंदामू में हुई। यहां शिवसागर के घर में शार्ट सर्किट से आग लगी। कुछ ही देर में आग इस कदर फैली कि गांव के 14 अन्य घर उसकी चपेट में आ गए। ग्रामीणों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। जब फायर ब्रिगेड आई तो लोगों ने राहत की सांस ली, लेकिन तब तक सभी घरों की गृहस्थी खाक हो चुकी थी। यहां भी लाखों का नुकसान हुआ। आग ने इन्हें किया बर्बाद
आग की चपेट में आए घरों में रखे कपड़े, अनाज, छप्पर व अन्य सामान पूरी तरह से जल गया। केशवापुर में गया प्रसाद, धर्मराज, जगत पाल, श्रीनाथ, राम मिलन, रामलखन, श्रीपाल, कल्लू, जियालाल, हरीलाल, अच्छेलाल, जगदीश, संजय, महेश, रंजीत, रामेश्वर, गनेश, दिनेश, राजेश, राकेश, अशोक, राम किशोर, राम कुमार, अमर नाथ, राधेश्याम, रामलखन, राजदेई, रामप्यारे व सरजू देवी को नुकसान हुआ। वहीं पूरे रघुरइया में शिवसागर, रामसुमेर, परमेश्वर, रामरतन, रामकिशुन, रामसजीवन, बाबू लाल, श्याम लाल, रामस्वरूप, रामकेवल, सरजू देई, लाल बहादुर व राकेश कुमार के घर जल गए।
दलबल पहुंचा तो कहीं होता रहा इंतजार
केशवापुर में अग्निकांड की सूचना पर नायब तहसीलदार कमल सिंह, क्षेत्राधिकारी राघवेंद्र चतुर्वेदी, प्रभारी निरीक्षक रामाशीष उपाध्याय और परशदेपुर पुलिस चौकी इंचार्ज नारायण कुशवाहा समेत अन्य कई अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे थे। तहसील के अफसरों ने लेखपालों को नुकसान के आंकलन और कोटेदार को पीड़ितों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जबकि राही के पूरे रघुरइया में सिर्फ फायर ब्रिगेड पहुंची। ग्रामीण उन अफसरों का इंतजार करते रहे जो उनकी मदद कर सकें। खबर लिखे जाने तक कोई जिम्मेदार गांव नहीं पहुंचा था।