30 युवतियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म, ब्लैकमेलिग
रायबरेली प्यार मोहब्बत का झांसा देकर शहर की 30 युवतियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म
रायबरेली : प्यार मोहब्बत का झांसा देकर शहर की 30 युवतियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म और फिर ब्लैकमेल करके रुपये ऐंठने का मामला सामने आया है। रविवार को पुलिस ने शहर के डिग्री कॉलेज चौराहे के निकट संचालित एक बाइक कंपनी के सर्विस सेंटर में काम करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। उनके पास से बड़ी संख्या में अश्लील वीडियो और फोटो मिले हैं। दोनों युवकों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
शनिवार सुबह एक युवती शहर कोतवाल अतुल सिंह से मिली। उसने बताया कि लगभग दो माह पूर्व स्कूटी सर्विसिग कराने के लिए वह कैनाल रोड स्थित सर्विस सेंटर गई थी। वहीं काम करने वाले अखिलेश कुमार उर्फ रोहित निवासी कप्तान का पुरवा और प्रदीप कुमार निवासी विकास नगर ने रजिस्ट्रेशन काउंटर से उसका मोबाइल नंबर निकाल लिया, फिर झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। फिर दोनों मिलकर उसे ब्लैकमेल करने लगे। पहले पांच हजार रुपये और तीन सोने की अंगूठियां लीं। बाद में फिर 30 हजार रुपये लिए। अब न तो उसके पास पैसे बचे हैं और न गहने। समाज में इज्जत का डर है। क्या करूं। कोतवाल ने मामले को गंभीरता से लिया और दोनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जिसके बाद सनसनीखेज वारदातों की जानकारी हुई।
पुलिस अधीक्षक सुनील सिंह ने प्रेस वार्ता कर वारदात का राजफाश किया। बताया कि सर्विस सेंटर आने वाली युवती या महिला की गाड़ी की नंबर प्लेट का फोटो प्रदीप खींच लेता था। अखिलेश कस्टमर केयर सेंटर में बैठता था। वह नंबर की फोटो अखिलेश को भेज देता था। वहीं से संबंधित का नाम, पता मिल जाता था। फिर मोबाइल नंबर के जरिए वे कस्टमर से बात करते थे। उन्हें नौकरी का झांसा देकर लखनऊ ले जाते थे और वहीं दोनों मिलकर गंदा काम करते थे। फिर वीडियो और फोटो लेकर ब्लैकमेलिग करते थे। ये गंदा काम दोनों लगभग एक साल से कर रहे थे। इन बदमाशों ने 30 महिलाओं के साथ गलत काम किया और उनका शारीरिक व मानसिक शोषण किया। इन दोनों की गिरफ्तारी में शहर कोतवाल अतुल सिंह और वरिष्ठ उप निरीक्षक संजय सिंह की अहम भूमिका रही।
लोकलाज के डर से मिला बढ़ावा
दोनों युवक लगभग एक वर्ष से ये कुकृत्य कर रहे थे। लोकलाज के डर से अब तक किसी ने पुलिस में शिकायत नहीं दर्ज करायी थी। इसीलिए किसी को इसकी भनक भी नहीं लगी कि सर्विस सेंटर के वर्कर इतना बड़ा अपराध कर सकते हैं। मगर जब पुलिस को जानकारी मिली तो तुरंत ही दोनों हत्थे चढ़ गए। बताते हैं कि दोनों ऐसी महिलाओं और युवतियों को चिह्नित करते थे, जिन्हें आसानी से बरगलाया जा सके।
कोट
प्रदीप और अखिलेश के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, लूट, ब्लैकमेलिग, धमकी देने, अश्लील वीडियो और फोटो लेना, आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। इन दोनों के मोबाइल से हमें बहुत सारी आपत्तिजनक सामग्री मिली है। इनके खिलाफ हम जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट भी फाइल कर देंगे।
-अतुल सिंह, शहर कोतवाल