शिक्षकों को राहत, स्कूल तक पहुंचेगी किताबें
हर बार शिक्षक बीआरसी से किताबों को स्वयं के खर्चे पर लेकर जाता था। लेकिन इस बार शासन से 16.73 लाख रुपये परिवाहन पर खर्च करने के लिए बजट मिला है।
जासं, रायबरेली : परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को बंटने के लिए आने वाली किताबों की फिक्र अब गुरुजनों को नहीं करना पड़ेगा। शासन की ओर से इस बार परिवहन के लिए बजट भेज दिया गया है। ऐसे में ढुलाई की जिम्मेदारी विभाग की होगी।
गौरतलब है कि हर बार शिक्षक बीआरसी से किताबों को स्वयं के खर्चे पर लेकर जाता था। इससे उन्हें आर्थिक नुकसान के साथ ही समस्याओं से भी जूझना पड़ता था। राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा से इस बार 16 लाख 73 हजार रुपये का बजट भेज दिया है। इसका वितरण कक्षा एक से आठ तक पंजीकृत ढाई लाख से अधिक छात्र-छात्राओं में किया जाएगा।
इंतजार, तो कहीं पहुंची पुस्तकें : बीआरसी में किताबों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। वहीं कुछ जगह आधी अधूरी मिली है। खीरों खंड शिक्षा अधिकारी रवी कुमार सिंह ने बताया कि अभी कुछ विषयों की किताबें नहीं मिली है। हरचंदपुर बीईओ आरके कश्यप ने बताया कि किताबें आ चुकी हैं। टेंडर की प्रक्रिया कराई जाएगी। सरेनी बीईओ राधेश्याम त्रिपाठी ने बताया कि 29870 पुस्तकें आई हैं। सोमवार से एनपीआरसी के माध्यम से वितरण होगा। इसी तरह जगतपुर, सतांव लालगंज में वितरण शुरू तो कहीं पर किताबों का इंतजार है।