आवासीय विद्यालय की 13 और छात्राओं की हालत बिगड़ी
बछरावां (रायबरेली) क्षेत्र के रैन गांव में संचालित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका आवासीय विद्या
बछरावां (रायबरेली): क्षेत्र के रैन गांव में संचालित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका आवासीय विद्यालय में बुधवार की सुबह फिर से एकाएक 13 छात्राओं की हालत बिगड़ गई। जिससे स्कूल में व्याप्त अव्यवस्थाएं दुरुस्त न होने की पोल खुल गई। आननफानन बालिकाओं को पहले सीएचसी लाया गया। यहां इलाज के दौरान हालत में सुधार न होने पर आठ छात्राओं को जिला अस्पताल रेफर करना पड़ेगा। खानापूरी के नाम पर पहले सीएचसी फिर जिले से स्वास्थ्य टीमें स्कूल पहुंचीं और छात्राओं का ब्लड टेस्ट किया।
बुधवार की सुबह लगभग 11.30 बजे स्कूल की छात्रा नीतू मौर्या, शैल यादव, आरती, नंदिनी, शिवानी, स्वाति, खुशी, मुस्कान, शालू रावत, प्रियंका, कोमल, मुस्कान, अंजली, खुशबू की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें एंबुलेंस से बछरावां सीएचसी लाया गया। उन्हें सिर दर्द, बेचैनी, सीने में दर्द और बुखार की शिकायत थी। लगभग दो घंटे की देखरेख के बाद भी जब फायदा नहीं मिला तो छात्रा शिवानी, स्वाति, मुस्कान, शालू, खुशबू, शैल, नंदिनी, अंजली को जिला अस्पताल लाया गया। यहां डॉ .बीरबल की निगरानी में उनका इलाज हो रहा है। डॉ .बीरबल के मुताबिक दूषित खानपान की वजह से छात्राएं बीमार हुई हैं। इलाज से उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है।
मंगलवार को 42 छात्राओं की बिगड़ी थी तबीयत
इसी स्कूल की 42 छात्राओं की तबीयत मंगलवार को खराब हो गई थी। प्रदूषित पानी की वजह से उन्हें गैस्ट्राइटिस होने की बात सीएमओ ने बताई थी। इनमें से 18 छात्राओं को जिला अस्पताल लाया गया और फिर देर शाम उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। बुधवार को जब नए मरीज आए तो सीएमएस डॉ . एनके श्रीवास्तव ने तुरंत डॉ . बीरबल के नेतृत्व में टीम तैनात कर दी।
25 बालिकाओं का हुआ ब्लड टेस्ट
दोपहर लगभग दो बजे जिले से डॉ . राजेंद्र शर्मा के नेतृत्व में डॉ .नागेंद्र प्रसाद, डॉ . रितु श्रीवास्तव की टीम विद्यालय पहुंची। उन्होंने विद्यालय की छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया। वार्डेन व ग्रहमाता से खान पान की जानकारी ली। वहीं सीएचसी से आई दो सदस्यीय टीम ने 45 छात्राओं का स्वास्थ्य जांचा और 25 का ब्लड सैंपल लिया।
घर लौट रहीं छात्राएं
बीमारी फैलने की बात सुनकर बड़ी संख्या में अभिभावक बुधवार को स्कूल पहुंचे। वे अपने बच्चों को लेकर वापस चले गए। कुछ ने बताया कि स्कूल प्रबंधन ने 17 जुलाई तक छुट्टी कर दी है ताकि वहां साफ सफाई हो सके। मगर स्कूल की शिक्षिकाओं ने इस बात को सिरे खारिज किया है।
कोट
भोजन की सैंपलिग की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। आरओ प्लांट ठीक करा दिया गया है। अन्य व्यवस्थाएं भी दुरुस्त की जा रही हैं। जांच में जो भी दोषी मिलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-रामचंद्र दुबे, जिला समाज कल्याण अधिकारी