महिला की बच्चेदानी से डाॅक्टरों ने निकाला 14 किलोग्राम का ट्यूमर, प्रयागराज के काल्विन अस्पताल के डॉक्टरों ने बचाई जान
प्रयागराज के काल्विन अस्पताल के डॉक्टरों ने एक 34 वर्षीय महिला के बच्चेदानी से 14 किलोग्राम का ट्यूमर निकालकर उसकी जान बचाई। समय पर इलाज न कराने पर मह ...और पढ़ें

प्रयागराज के काल्विन अस्पताल में महिला के पेट से निकाले गए ट्यूमर के साथ डॉ. आर्येंद्र और टीम। सौजन्य : स्वयं
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। बच्चेदानी में पहले तो छोटी गांठ बनी फिर समुचित इलाज में देरी के से यह बड़े ट्यूमर में परिवर्तित हो गई। डाॅक्टर ने जब जान पर खतरा देख आपरेशन किया तो 14 किलोग्राम का ट्यूमर निकला।
शुक्रवार को शहर स्थित मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय 'काल्विन' में हुए इस आपरेशन से जिगना की रहने वाली 34 वर्षीय महिला को काफी राहत मिली। फिलहाल वह डाॅक्टरों की निगरानी में है। डाॅक्टरों ने उसके गुर्दे पर पड़ रहे दुष्प्रभाव को टाल दिया है।
सर्जन डाॅ. आर्येंद्र सिंह ने बताया कि महिला उनकी ओपीडी में तीन सप्ताह पहले आई थी। पेट काफी फूला हुआ था। मरीज को बार-बार दर्द की परेशानी थी और पूर्व में हुई जांच रिपोर्ट में बच्चेदानी में गांठ की बात पता चली थी। पुन: जांच कराई गई। रिपोर्ट में पता चला कि गांठ ट्यूमर में परिवर्तित हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि आपरेशन में और विलंब किए जाने से गुर्दे खराब हो सकते थे, पेट में ही ट्यूमर फट सकता था। निर्णय लेते हुए परिवार की सहमति से आपरेशन किया गया। ट्यूमर 14 किलोग्राम का निकला। बताया कि इस तरह की समस्या किसी अन्य महिला को हो तो विशिष्टता वाले अस्पताल में फौरन जाकर इलाज कराएं। इधर-उधर भटकने से समस्या बढ़ जाती है। अस्पताल के प्रमुख चिकित्साधीक्षक डा. एसके चौधरी ने डाक्टरों के प्रयास पर बधाई दी है।

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