डॉ. शाहीन का खंगाला जा रहा इतिहास, जांच के लिए प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज पहुंची एलआईयू की टीम
आतंकियों को तैयार करने में संदेह के घेरे में आई डॉ. शाहीन का इतिहास खंगाला जाने लगा है। दिल्ली ब्लास्ट के प्रकरण से डॉ. शाहीन का नाम उजागर होने के बाद जांच एजेंसियों ने इस दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। बुधवार को एलआईयू की स्थानीय टीम मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज पहुंची। वहां से उसका ब्यौरा लिया।

जागरण संवादाता, प्रयागराज। आतंकियों को तैयार करने में संदेह के घेरे में आई डॉ. शाहीन का इतिहास खंगाला जाने लगा है। दिल्ली ब्लास्ट के प्रकरण से डॉ. शाहीन का नाम उजागर होने के बाद जांच एजेंसियों ने इस दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। बुधवार को एलआईयू की स्थानीय टीम मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज पहुंची। वहां से उसका ब्यौरा लिया।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में 1996 में एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान उसकी गतिविधियों के बारे में जानने का प्रयास भी किया जा रहा है। हालांकि, डॉ. शाहीन को एमबीबीएस पास आउट हुए 25 साल से अधिक हो चुके हैं, जांच टीम यह पता लगा रही है कि इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में रहने के दौरान उसका मेलजोल किससे ज्यादा था।
दिल्ली में हुई आतंकी घटना में लिप्त और एके-47 रखने की आरोपित डॉ. शाहीन सईद ने एमबीबीएस मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से किया था। 1996 में प्रवेश और 2001 में कोर्स पूरा होने के बाद प्रैक्टिस कानपुर में की। ऐसा पहली बार हुआ है जब मेडिकल कॉलेज से पास आउट किसी डॉक्टर का नाम आतंकी गतिविधि में आया है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने विवरण जुटा लिया है। दिल्ली में कार ब्लास्ट की आतंकी घटना और इसमें निर्दोष लोगों के मारे जाने से रोष डॉक्टरों में भी है।
डॉ. शाहीन सईद, पुत्री सईद अहमद अंसारी के बारे में बताया गया कि पहले तो उसका प्रवेश मेरठ के मेडिकल कॉलेज में हुआ था, दूसरी काउंसिलिंग में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में सीटें खाली होने पर शाहीन ने अपना प्रवेश मेरठ से इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में स्थानांतरित करा लिया था। चिकित्सा पेशे की छवि बिगाड़ने में डॉ. शाहीन के कृत्य को लेकर तमाम प्रतिष्ठित डॉक्टरों में रोष है।
टीम ने लिया विवरण
डॉ. शाहीन के बारे में एलआइयू ने मेडिकल कॉलेज के एजुकेशन विभाग से समस्त लिखित जानकारी जुटाई। उसका नाम, पता, एमबीबीएस में प्रवेश के दौरान लगे शैक्षिक, जाति, पते से संबंधित अभिलेख प्राप्त किए। 1996 के बैच के कुछ डॉक्टरों से भी एजेंसियां संपर्क कर सकती हैं यह पूछने के लिए कि डॉ. शाहीन की गतिविधियां तब किस प्रकार की थीं।
दिया गया विवरण
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीके पांडेय ने बताया है कि डॉ. शाहीन ने यहीं से एमबीबीएस किया था, एलआईयू की टीम आई थी। जो भी विवरण मांगा उन्हें दिया गया है।

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