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    संगम नगरी के इन ग्राम पंचायतों में विकास के नाम पर की गई धांधली, संबंधित ग्राम प्रधानों के छिने अधिकार, खाता सीज

    By Jagran News Edited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Fri, 14 Nov 2025 08:08 PM (IST)

    प्रयागराज जिले की चार ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों में अनियमितता पाई गई। शिकायत मिलने पर डीएम ने जांच कराई, जिसमें ग्राम प्रधानों और सचिवों द्वारा सरकारी धन के दुरुपयोग की पुष्टि हुई। इसके बाद जिलाधिकारी ने संबंधित ग्राम प्रधानों के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार छीन लिए हैं और खातों से धन निकालने पर रोक लगा दी है।

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    प्रयागराज के कुछ विकास खंडों के गांवों में कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर डीएम ने जांच कर कार्रवाई की।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। कुछ ग्राम पंचायतों में विकास के नाम पर ग्राम प्रधान व सचिवों ने सरकारी धन का बंदरबाट किया। शिकायत पर मामले की जांच हुई और पोल खुली। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद अब डीएम ने संबंधित ग्राम पंचायतों के प्रधानों के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार छीन लिए हैं। ग्राम निधि के खाते से धन के आहरण पर भी रोक लगा दी है।

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    इन ब्लाकों के गांवों में हुई धांधली 

    बहरिया ब्लाक क्षेत्र के सरायलीलाधर गांव में विकास कार्यों के नाम पर धांधली की गई थी। गांव के दिलीप कुमार ने इसकी डीएम से शिकायत दर्ज कराई थी। इसी तरह प्रतापपुर ब्लाक के मोइद्दीनपुर के कल्लन, बरेंद के बृजेश कुमार और जसरा ब्लाक के चिल्ला गोहानी निवासी मनोज कुमार ने अपनी-अपनी ग्राम पंचायत में सरकारी धन के हेरफेर का आरोप लगाया था।

    डीएम की जांच से उजागर हुआ खेल 

    किसी ने नाली, इंटरलाकिंग, हैंडपंप आदि में अनियमितता का आरोप लगाया था तो किसी ने शौचालय की मरम्मत में मनमानी का। डीएम ने जनपद स्तरीय अधिकारियों की टीमें बनाकर इनकी जांच कराई। जांच में प्रधानों व सचिवों की ओर से किए गए खेल का राजफाश हो गया। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद अब डीएम मनीष कुमार वर्मा ने कार्रवाई की है।

    क्या कहते हैं डीपीआरओ 

    डीपीआरओ रविशंकर द्विवेदी ने बताया कि जिलाधिकारी की ओर से इन ग्राम पंचायतों के बैंक खाते के संचालन पर रोक लगा दी है। संबंधित ग्राम प्रधान के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार छीन लिए हैं। प्रधान के साथ सचिवों को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। जवाब संतोषजनक न होने पर अन्य कार्रवाई होगी।