ATC परमिशन नहीं मिलने से मुंबई-प्रयागराज अकासा फ्लाइट वाराणसी डायवर्ट, एयरपोर्ट पर यात्रियों का हंगामा
मुंबई से प्रयागराज जा रही अकासा एयर की फ्लाइट को एटीसी परमिशन न मिलने के कारण वाराणसी डायवर्ट कर दिया गया। इस वजह से एयरपोर्ट पर यात्रियों ने जमकर हंग ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। प्रयागराज एयरपोर्ट पर रविवार को उस समय हंगामा शुरू हो गया जब मुंबई से आ रही अकासा एयर की फ्लाइट अचानक वाराणसी डायवर्ट कर दी गई। विमान प्रयागराज के ऊपर एक चक्कर लगाकर वाराणसी पहुंचा और वहीं उतर गया।
इस बीच एयरपोर्ट पर मुंबई जाने वाले सैकड़ों यात्री पहले से चेक-इन कराकर इंतज़ार कर रहे थे। जब पता चला कि उनका विमान नहीं आया तो गुस्सा फूट पड़ा।
अकासा एयर की फ्लाइट क्यू पी -1546 मुंबई से दोपहर करीब 1:40 बजे उड़ी थी और प्रयागराज में 3:55 बजे लैंड करनी थी। ठीक 30 मिनट बाद यही विमान यात्रियों को लेकर वापस मुंबई जाना था इसलिए एयरपोर्ट स्टाफ ने सभी मुंबई जाने वाले यात्रियों का चेक-इन और सिक्योरिटी चेक पूरा कर लिया था।
गुस्साए यात्रियों ने मांगा जवाब
हर कोई बस बोर्डिंग का इंतज़ार कर रहा था कि तभी खबर आई विमान वाराणसी चली गई है। यात्रियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। कोई चिल्ला रहा था, कोई काउंटर पर झुककर एयरलाइन वालों से जवाब मांग रहा था। टर्मिनल में शोर इतना था कि दूसरे यात्रियों को भी परेशानी होने लगी। मौसम बिल्कुल साफ था, फिर भी फ्लाइट क्यों डायवर्ट हुई।
इस सवाल का एयरलाइन के ग्राउंड स्टाफ के पास कोई पक्का जवाब नहीं था। लगभग एक घंटे बाद एयरपोर्ट अथारिटी ने बताया कि विमान वाराणसी से प्रयागराज आ रहा है। यह जानने के बाद यात्रियों का गुस्सा कुछ ठंडा पड़ा। शाम करीब छह बजे के बाद विमान प्रयागराज पहुंचा और 6:50 बजे मुंबई के लिए रवाना हुआ। यानी कुल मिलाकर पांच घंटे से ज़्यादा की देरी हुई।
वायुसेना ने नहीं दी परमिशन
बाद में पता चला कि प्रयागराज एयरपोर्ट भारतीय वायुसेना के अधीन आता है और उस दिन एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने अकासा एयर को लैंडिंग की परमिशन नहीं दी थी। पायलट को मजबूरन निकटतम एयरपोर्ट वाराणसी की ओर मोड़ना पड़ा। मामला वायुसेना से जुड़ा है, इसलिए एयरपोर्ट प्रशासन भी खुलकर कुछ बोलने से बचता रहा।
हालांकि दिन की दूसरी राहत वाली खबर यह रही कि रविवार को कोई भी फ्लाइट रद्द नहीं हुई। इंडिगो की मुंबई फ्लाइट एक घंटा देर से ज़रूर आई, लेकिन चली। दिल्ली, बंगलूरु और भुवनेश्वर की फ्लाइट्स लगभग समय पर रहीं। पूरे दिन पांच फ्लाइट्स से 866 यात्री आए और 663 यात्री अलग-अलग शहरों के लिए रवाना हुए।
यात्रियों का कहना था कि अगर पहले से पता होता कि वायुसेना की वजह से दिक्कत है तो कम से कम सूचना तो दे दी जाती। अब संगम नगरी में महाकुंभ की तैयारियां ज़ोरों पर हैं, ऐसे में एयरपोर्ट पर ऐसी अफरा-तफरी यात्रियों के लिए और भी परेशानी भरी साबित हो रही है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।