महिलाओं का वाराणसी शरणालय जाने से इन्कार, रहेंगी परिजनों संग
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : जिले के दोनों स्वाधार महिला आश्रय गृहों व उनको चलाने वाली संस्थ
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : जिले के दोनों स्वाधार महिला आश्रय गृहों व उनको चलाने वाली संस्थाओं पर शासन ने शिकंजा कसा तो कार्रवाई करने को प्रशासनिक टीमें ताबड़तोड़ पहुंचीं। महिलाओं के बयान दर्ज किए और उनको बताया कि शासन ने उनके रहने के लिए वाराणसी के राजकीय महिला शरणालय भेजने को कहा है। इस पर कोई भी निराश्रित महिला वहां जाने को तैयार नहीं हुई। इस पर टीम अपनी जांच कर लौट आई।
अचलपुर में मैक्सन संस्था द्वारा संचालित आश्रय गृह में चार व अष्टभुजा नगर में जागृति संस्था द्वारा संचालित स्वाधार महिला आश्रय गृह में मौके पर तीन संवासिनी मिलीं। इनके बयान एसडीएम सदर सत्य प्रकाश ¨सह के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम ने दर्ज किए। एसडीएम और तहसीलदार (न्यायिक) श्रद्धा पांडेय, महिला थाने की इंस्पेक्टर दुर्गावती, सीडीपीओ आसपुर देवसरा तो बयान लेते रहे और चौकी इंचार्ज जेल अखिलेश प्रसाद भारी पुलिस बल के साथ सतर्क रहे।
शाम करीब सवा सात बजे अफसर सबसे पहले अचलपुर स्थित आश्रय गृह पहुंचे। यहां काउंसलर साजिया का भी बयान लिया। साथ ही उसके बाद यहां पर मिलीं चार संवासिनियों से बात की। काउंसलर को सख्त हिदायत दी कि वह अगले आदेश तक यहां से न जाएं। इस गृह का कोई स्वामी, केयरटेकर आए जाए तभी उसे जाने दिया जाएगा। उधर महिलाओं के वाराणसी स्थित राजकीय महिला शरणालय जाने से इन्कार करने पर कहा गया कि वह परिजनों संग जाने को स्वतंत्र हैं, लेकिन ध्यान रहे कि जिला नहीं छोड़ेंगी। कभी भी उनको पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। वैसे अधिकांश महिलाओं के परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है और शनिवार को इन्हें ले जा सकते हैं। टीम ने इस संस्था के गेट पर पुलिस तैनात कर दी, ताकि कोई बाहरी व्यक्ति इसके अंदर प्रवेश न कर सके। यहां की कार्रवाई पूरी करने के बाद प्रशासनिक टीम अष्टभुजा नगर स्थित स्वाधार जागृति महिला आश्रय गृह पहुंची तो यहां केवल तीन महिलाएं ही मिलीं। एसडीएम व तहसीलदार ने इन चारों महिलाओं का बयान लिया, जिसमें से एक की तबीयत नहीं ठीक थी। इन महिलाओं ने भी वाराणसी के राजकीय महिला शरणालय न जाकर अपने परिजनों के साथ जाने की इच्छा जताई। तहसीलदार (न्यायिक) श्रद्धा पांडेय ने उनके परिजनों को सूचना दी है और शनिवार को इन महिलाओं को उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। यहां भी पुलिस तैनात करने के बाद प्रशासनिक टीम वापस लौट गई।