राहत : चेकडैम और तालाब से पांच ब्लाकों में जल स्तर बरकरार
पानी का जल स्तर जिले में न घटे इस पर व्यापक स्तर पर काम हो रहा है। जल स्तर रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में चेक डैम का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा हजारों तालाब होने से कई ब्लाकों की ग्राम पंचायतों में जलस्तर बरकरार है। इससे लोगों को काफी राहत मिली है। लोग सिचाई के लिए सबमर्सिबल पंप आदि लगाए जा रहे हैं। बरसात के पानी का भी संचयन करने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : पानी का जल स्तर जिले में न घटे, इस पर व्यापक स्तर पर काम हो रहा है। जल स्तर रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में चेक डैम का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा हजारों तालाब होने से कई ब्लाकों की ग्राम पंचायतों में जलस्तर बरकरार है। इससे लोगों को काफी राहत मिली है। लोग सिचाई के लिए सबमर्सिबल पंप आदि लगाए जा रहे हैं। बरसात के पानी का भी संचयन करने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
भारी संख्या में चेकडैम व तालाब बनाए जाने से जिले के कुंडा, कालाकांकर, सांगीपुर, बिहार व बाबागंज ब्लाक की ग्राम पंचायतों में जलस्तर रुका हुआ है। इन ब्लाकों की ग्राम पंचायतों में 90 से 100 फीट तक पानी रहता है। जबकि पहले 130 से 140 फीट पर जलस्तर था। खास बात यह है कि जलस्तर बरकरार रखने के लिए ग्राम पंचायतों में काफी कार्य कराए गए हैं। एक ओर जहां गांवों में 250 से अधिक चेकडैम, 800 सोख्ता और 500 कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं। इसके अलावा पहले से ही ग्राम पंचायतों में दो हजार से अधिक तालाब हैं। यह सभी इंतजाम होने से पांच ब्लाकों में तेजी से गिरता जलस्तर रुक गया है। बाकी के दर्जन भर ब्लाक डेंजर जोन में हैं।
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दो हजार से अधिक बनेंगे सोख्ता
ग्राम पंचायतों में दो हजार से अधिक और सोख्ता बनाए जाएंगे। स्वच्छ भारत मिशन से यह कार्य कराए जाएंगे। ट्रायल के तौर पर जिले में 800 सोख्ता बनाए गए हैं। हैंडपंप का पानी सोख्ता के जरिए सुरक्षित रहता है। यह प्रयोग जब सफल साबित हुआ तो पंचायतीराज विभाग समेत ने यह निर्णय लिया है कि अब दो हजार से अधिक और सोख्ता बनवाया जाएगा।
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जल संचयन को लेकर ग्राम पंचायतों में व्यापक स्तर पर कार्य कराए जा रहे हैं। कृत्रिम तालाब के अलावा भारी संख्या में सोख्ता भी बनाए गए हैं। कई जगहों पर अभी बन भी रहे हैं। इससे जल स्तर बरकरार रहेगा।
- रवि शंकर द्विवेदी, डीपीआरओ ----
ग्राम पंचायतों में पानी का जल स्तर बरकरार रखने के लिए चेक डैम बनाए गए हैं। तीन और चेकडैम का निर्माण हो रहा है। इससे गांव में पानी का जलस्तर नहीं रुकेगा। जो ब्लाक डेंजर जोन में हैं, जल्द ही वह भी बाहर हो जाएंगे।
- ओमप्रकाश मिश्र, जिला विकास अधिकारी