जलस्तर बढ़ा, डार्क जोन से बाहर आए छह ब्लाक
जल के अधिक दोहन से जिले के कई ब्लाक डार्क जोन घोषित हो गए थे।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : जल के अधिक दोहन से जिले के कई ब्लाक डार्क जोन घोषित हो गए थे। दोहन रोकने के लिए शासन ने यहां पर पंप बोरिग पर रोक लगा दी थी। बोरिग न होने से किसान अधिक पैसा देकर सिचाई करने को मजबूर थे। शासन के नए निर्णय से किसानों को राहत मिली है।
जिले के गौरा, आसपुर देवसरा, बाबा बेलखरनाथ धाम, लक्ष्मणपुर, रामपुर संग्रामगढ़ व लालगंज ब्लाक डार्क जोन घोषित थे। इन ब्लाकों की ग्राम पंचायतों में वर्ष 2012-13 से बोरिग बंद कर दी गई थी। इससे किसान चितित थे। बोरिग नहीं करा पा रहे थे। इन ब्लाक क्षेत्रों में चेकडैम बनाकर पानी का संचयन किया गया। इससे इन ब्लाकों में जलस्तर पिछले छह साल में बढ़ा। लघु सिचाई विभाग की रिपोर्ट शासन में भेजी गई। भारत सरकार से मिली रिपोर्ट में यह कहा गया कि अप्रैल से डार्क जोन वाले ब्लाकों की ग्राम पंचायतों में अब खेतों की सिचाई के लिए सबमर्सिबल पंप लगा सकेंगे। भूगर्भ जलस्तर करीब तीन मीटर बढ़ा है। इससे पंप लगाने से समस्या नहीं होगी। शासन ने छह ब्लाकों को डार्क जोन के दायरे से बाहर कर दिया है। इससे वहां के किसान पंप लगाने के लिए अप्रैल माह से बोरिग करा सकेंगे। -पीके मिश्र, सहायक अभियंता (लघु सिचाई)