कोविड नियम हुए तार-तार, बाजारों में लगे रहे जाम
कोरोना का संक्रमण धीरे-धीरे घटने लगा है लोगों की लापरवाही बढ़ रही है। यही लापरवाही आने वाले दिनों में भारी पड़ेगी। लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शासन ने सोमवार से शुक्रवार तक दुकान खोलने की छूट दे दी है लोग इस सुविधा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। शनिवार व रविवार को बंदी घोषित होने के बावजूद दुकानें खुल रही हैं। दो दिन बाद जब सोमवार को बाजार खुले तो कपड़े किराने आदि की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंगलवार को तो शहर के पंजाबी मार्केट में काफी भीड़ रही। इससे वहां पर काफी जाम लग गया। इसी तरह से शहर के सब्जी मंडी श्रीराम तिराहा जिला अस्पताल के सामने चौक सहित अन्य कई स्थानों पर जाम लगा रहा।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : कोरोना का संक्रमण धीरे-धीरे घटने लगा है, लोगों की लापरवाही बढ़ रही है। यही लापरवाही आने वाले दिनों में भारी पड़ेगी। लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शासन ने सोमवार से शुक्रवार तक दुकान खोलने की छूट दे दी है, लोग इस सुविधा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। शनिवार व रविवार को बंदी घोषित होने के बावजूद दुकानें खुल रही हैं। दो दिन बाद जब सोमवार को बाजार खुले तो कपड़े, किराने आदि की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंगलवार को तो शहर के पंजाबी मार्केट में काफी भीड़ रही। इससे वहां पर काफी जाम लग गया। इसी तरह से शहर के सब्जी मंडी, श्रीराम तिराहा, जिला अस्पताल के सामने, चौक सहित अन्य कई स्थानों पर जाम लगा रहा। यहां तक कि शारीरिक दूरी भी तार-तार दिखी। पंजाबी मार्केट व अन्य जगहों पर लगे जाम में लोग एक दूसरे से सटकर गुजर रहे थे। एसडीएम सदर मोहन लाल गुप्ता ने बताया कि दुकानदार अपनी दुकानों के सामने मनमाने तरीके से बाइक खड़ी कर देते हैं। इससे जाम लगता है। जल्द ही ऐसे दुकानदारों पर कार्रवाई होगी।
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मोबाइल में लगे रहे सिपाही
शहर में जमा न लगे। यातायात सुचारू रूप से बहाल रहे। इसके अलावा ग्राहक व राहगीर सुरक्षित रहे, इसके लिए चौक, श्रीराम तिराहा पर कई सिपाहियों व होमगार्ड की तैनाती की गई है। जाम लगने के दौरान यह पुलिस कर्मी पहले डंडा पटके। इसके बाद जब देखा कि लोग नहीं हट रहे हैं तो वह भी कुर्सी पर बैठकर मोबाइल में मसगूल हो गए।
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पुलिस और व्यापारी नेताओं का असर नहीं
पुलिस विभाग के अधिकारियों और व्यापारी नेताओं के बीच बाजार में जाम की समस्या को समाप्त करने के लिए कई बार बैठक हुई। उसमें निर्णय लिया गया कि सभी व्यापारी अपनी दुकानों के सामने बाइक या किसी अन्य वाहन को खड़ा नहीं करने देंगे, लेकिन दुकानदार ही इसका उल्लंघन करते हैं। पुलिस बार-बार समझा कर थक चुकी है। इस वजह से दुकान पर आने वाले ग्राहकों को ही मुसीबत झेलनी पड़ती है।
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सड़क पर ठेला लगाने से बढ़ी समस्या
घंटाघर से लेकर जिला अस्पताल और वहां से स्टेट बैंक तक फल बेचने वाले ठेले वाले सड़क पर खड़े हो जाते हैं। पुलिस उन्हें कई बार चेतावनी दे चुकी है कि सड़क की पटरी छोड़कर वह खड़े होंगे, लेकिन वह नहीं मानते। ऐसे में चार पहिया वाहन और एंबुलेंस तक वहां पर आकर फंस जाती हैं। कोई विरोध भी करे तो ठेले वाले एकसाथ हो जाते हैं। कइयों का कहना है कि वहां तैनात पुलिसकर्मी भी इन ठेले वालों के आगे नतमस्तक हैं।