दो दर्जन पोल टूटे, चरमराई बिजली व्यवस्था
जिले में शनिवार की रात से लेकर रविवार भोर तक आंधी के कारण बिजली व्यवस्था पर भी असर पड़ा। दो दर्जन खंभे टूट जाने व तारों के बिखर जाने से सैकड़ों गांवों की बिजली गुल हो गई। इसे बहाल करने में विभाग के कर्मी शाम तक जुटे रहे। शहर के दहिलामऊ उपकेंद्र से जुड़े लोग अधिक परेशान हुए। यहां की इनकमिग केबिल खराब होने से शाम को छह से रात 10 बजे तक वैसे ही कटौती हुई थी। जब किसी तरह बिजली मिली भी तो कुछ ही घंटे में आंधी आफत बनकर आ गई। हजारों लोग बिजली के साथ पानी को भी तरस गए।
जासं, प्रतापगढ़ : जिले में शनिवार की रात से लेकर रविवार भोर तक आंधी के कारण बिजली व्यवस्था पर भी असर पड़ा। दो दर्जन खंभे टूट जाने व तारों के बिखर जाने से सैकड़ों गांवों की बिजली गुल हो गई। इसे बहाल करने में विभाग के कर्मी शाम तक जुटे रहे। शहर के दहिलामऊ उपकेंद्र से जुड़े लोग अधिक परेशान हुए। यहां की इनकमिग केबिल खराब होने से शाम को छह से रात 10 बजे तक वैसे ही कटौती हुई थी। जब किसी तरह बिजली मिली भी तो कुछ ही घंटे में आंधी आफत बनकर आ गई। हजारों लोग बिजली के साथ पानी को भी तरस गए।
जगेशरगंज प्रतिनिधि के अनुसार आंधी तूफान चलने के कारण चमनगंज बाजार में विद्युत पोल से बिजली के तार टूट गए। गनीमत यही रही की उस दौरान आपूर्ति बंद थी। बाजारवासियों द्वारा विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई तो सुबह मरम्मत शुरू की गई। आसपुर देवसरा प्रतिनिधि ने बताया कि रेड़ीगारापुर में हाईटेंशन के पोल पर पेड़ गिर गया। विद्युत व्यवस्था ठप हो गई। इसकी मरम्मत करने को विभाग सक्रिय नहीं दिख रहा है। मकूनपुर प्रतिनिधि ने बताया कि सफेदा के पेड की एक डाल गिरने से नरहरपुर पावर हाउस की आपूर्ति कुछ घंटों के लिए बाधित रही। सूचना पर लाइनमैन सचिन कुमार पहुंचा। उसके प्रयास से दिन में दस बजे आपूर्ति बहाल हो गई।कुंडा प्रतिनिधि ने बताया कि क्षेत्र में बिजली व्यवस्था पर आंधी का असर रहा, लेकिन कोई खास नहीं। कुछ जगह पर तार टूटे, जो दोपहर तक दुरुस्त कर लिए गए।
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तेज हवा के कारण खंभे व तार कई जगह टूट गए। कई उपकरण जल गए। विभाग का लाखों का नुकसान हुआ है। वैसे काफी हद तक मरम्मत कर ली गई है।
-सत्यपाल, अधीक्षण अभियंता प्रतापगढ़