अगले महीने से 100 बेड के अस्पताल में इलाज
जासं, प्रतापगढ़ : आने वाले साल की शुरुआत में महिलाओं को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी।
जासं, प्रतापगढ़ : आने वाले साल की शुरुआत में महिलाओं को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी। उनके लिए जिला महिला अस्पताल के बगल ही 100 बेड का नया सुविधायुक्त अस्पताल बनने के करीब है।
इस अस्पताल में चल रहे कार्य को देखने डीएम शंभु कुमार शुक्रवार को पहुंच गए। उन्होंने कमरों में लगी टाइल्स पर गंदगी व वाय¨रग के तार इधर-उधर बिखरे पाने पर नाराजगी व्यक्त की। संबंधित ठेकेदार को फटकार लगाते हुए कहा कि टाइल्स साफ कराए। विद्युत कनेक्शन आदि के कार्य में तेजी लाई जाए। आवास विकास परिषद के एई अतुल कुमार श्रीवास्तव से कहा कि अस्पताल के कार्य को जल्द से जल्द पूरा कराकर स्वास्थ्य विभाग को सौंपे। नव वर्ष के अवसर पर बेहतर इलाज की सुविधा मिले। नए अस्पताल से जिला महिला अस्पताल के रास्ते में पड़ने वाली जर्जर इमारत को ध्वस्त कराने का निर्देश सीएमओ को दिया। निरीक्षण में सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव, सीएमएस डा. रीता दूबे आदि रहे।
एक बेड पर रहती हैं दो प्रसूताएं : जिला महिला अस्पताल में भर्ती होने वाली महिलाओं को बेड की कमी बहुत खलती है। यहां 65 बेड हैं, पर महिलाओं की भीड़ के आगे वह कम ही रहते हैं। अक्सर एक बेड पर दो महिलाओं को प्रसव के बाद भी रखा जाता है, जिससे नवजात व उसकी मां दोनों को मुश्किल होती है। इसको लेकर अक्सर हंगामा होता है। 100 बेड के नए अस्पताल के बन जाने से यह समस्या कुछ हद तक दूर हो सकेगी।
टीकाकरण के जांच को पहुंची पर्यवेक्षक : सीएचसी बाबा बेलखरनाथ धाम क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव में बनाए गए रूबेला टीकाकरण सेंटर पर किए जा रहे टीकाकरण की जांच शुक्रवार को डब्लूएचओ की पर्यवेक्षक नीतू चमन पहुंची। इस दौरान उन्होंने सीएचसी क्षेत्र के जोगीपुर, सरखेलपुर, नेवादा, करनपुर खूझी, अमरपुर, ¨सगठी खालसा सहित अन्य गांवों में जाकर रूबेला टीकाकरण सेंटर पर लगे स्वास्थ्य कर्मियों की जांचकर रिपोर्ट मुख्यालय भेज दिया। इस दौरान सीएचसी क्षेत्र के गांवों में विश्व स्वास्थ्य संगठन के पर्यवेक्षक के आने से रूबेला टीकाकरण में लगे स्वास्थ्य कर्मियों में अफरा तफरी का माहौल व्याप्त रहा।