लुधियाना,अंबाला जाने को छह माह बाद मिली ट्रेन की सुविधा
अरसे बाद प्रतापगढ़ जंक्शन का सन्नाटा कुछ हद तक टूटने के आसार हैं। इधर से गुजरने वाली ध
अरसे बाद प्रतापगढ़ जंक्शन का सन्नाटा कुछ हद तक टूटने के आसार हैं। इधर से गुजरने वाली धनबाद-फिरोजपुर स्पेशल यात्री ट्रेन रविवार को आएगी। प्रतापगढ़ से लुधियाना अंबाला सहित शहरों को जोड़ने वाली इस गाड़ी में अभी से ही सारी सीटें फुल हो गई हैं।
धनबाद-फिरोजपुर ट्रेन चलने की उम्मीद से यहां के यात्रियों में खुशी की लहर है। यह गाड़ी 13 सितंबर को प्रतापगढ़ से होकर गुजरेगी। लॉकडाउन लगने के बाद मार्च से ही ट्रेनों का संचालन बंद है। ऐसे में प्रवासी लोग स्पेशल ट्रेनों से घर तो आ गए, लेकिन अब फिर से उनको काम धंधे पर जाने के लिए ट्रेन की सुविधा नहीं मिल रही थी। पंजाब मेल, काशी विश्वनाथ जैसी ट्रेन भी बंद हैं। हालांकि एक महीने पहले रेल मंत्रालय ने चार ट्रेनों को प्रतापगढ़ से होकर पास करने की घोषणा की थी, लेकिन इनमें से केवल एक धनबाद-फिरोजपुर स्पेशल ट्रेन ही प्रतापगढ़ के हिस्से में आ सकी। यह ट्रेन अंबाला, लुधियाना के साथ ही सहारनपुर, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद व वाराणसी जैसे औद्योगिक शहरों को जोड़ने वाली है। इसका लाभ तमाम प्रवासी लोगों को मिलेगा। अब तक लोग लुधियाना अंबाला जाने के लिए दिल्ली घूमकर जाते थे, अब यहां परेशानी नहीं होगी। वैसे इस ट्रेन में अभी से ही टिकटों की मारामारी मच गई है। सारी सीटें फुल हो गई हैं। इसमें 15 अक्टूबर तक एक भी सीट नहीं है। इसके साथ ही मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस में भी सीट की मारामारी है। यह ट्रेन सूरत जाने के लिए प्रयागराज के छिवकी स्टेशन से मिलेगी।
काउंटर पर हर दिन कतार
प्रतापगढ़ के रेलवे आरक्षण काउंटर पर टिकट के लिए लोगों की लाइन रोज लग लग रही है, लेकिन उनको निराशा ही हाथ लग रही है। आरक्षण पर्यवेक्षक रणवीर सिंह का कहना है वेटिंग टिकट वालों का अब कोई महत्व नहीं रह गया है। उनको बोगी में प्रवेश का अधिकार नहीं है। इसके बाद भी लोग फॉर्म भरकर वेटिग टिकट लगातार मांगते हैं। न देने पर नोकझोंक और हंगामा करते हैं। ऐसे में उनको वेटिग टिकट दे रहे हैं।
चौबीस घंटे में फुल
धनबाद-फिरोजपुर स्पेशल ट्रेन में सारी सीटें महज 24 घंटे में फुल हो गई। 10 सितंबर को इस ट्रेन में टिकट की बुकिग शुरू हुई और 11 को नो रूम हो गया। दरअसल अरसे बाद ट्रेन मिली तो जरूरतमंद लोगों ने देश के विभिन्न हिस्सों से टिकट काउंटर और साइबर कैफे से बुक कराए, जिससे जल्दी ही ट्रेन की सीटें फुल हो गईं।