दुकानें टूटने की आशंका में व्यापारी उतरे सड़क पर
प्रतापगढ़ : जिला अस्पताल और महिला अस्पताल को मिलाकर राजकीय मेडिकल कालेज का अस्पताल बनाने की कार्रवाई चल रही है।
प्रतापगढ़ : जिला अस्पताल और महिला अस्पताल को मिलाकर राजकीय मेडिकल कालेज का अस्पताल बनाने की तैयारी हो रही है। इसकी चपेट में अस्पताल परिसर से सटकर बनी 60 दुकानें आने की आशंका हैं। इसको लेकर संबंधित व्यापारियों ने सोमवार को सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया।
महिला अस्पताल परिसर का एक कोना स्टेट बैंक के सामने पड़ता है, जबकि जिला अस्पताल का सिरा श्रीराम तिराहे के कोने तक फैला है। इस क्षेत्र में दवा की दुकानें हैं। घड़ी, चश्मा, कपड़ा, किराना, मिठाई, फर्नीचर की दुकानें भी चलती है। मेडिकल कालेज का अस्पताल 500 बेड का बनना है। निर्माण होने पर यह दुकानें तोड़ी जा सकती हैं। सर्वे भी हो चुका है। अपनी दुकानें बचाने के लिए व्यापारी ¨चतित है। उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के माध्यम से व्यापारियों ने कुछ दिन पहले बैठक की थी और डीएम को ज्ञापन सौंपा था। अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे ¨चतित व्यापारियों ने सड़क पर उतरकर एकजुटता दिखाई। श्रीराम चौराहे से लेकर स्टेट बैंक तक अस्पताल साइड की दुकानें बंद रहीं। व्यापारियों ने डीएम कार्यालय तक जुलूस निकाला। इसके पहले सीएमओ कार्यालय भी गए, लेकिन सीएमओ नहीं थे। डीएम भी कहीं बाहर गए थे। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
मंत्री का किया घेराव : आंदोलन कर रहे व्यापारियों ने शहर में आए स्टांप पंजीयन और उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्त नंदी का उस समय घेराव किया, जब वे कटरा रोड पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे। व्यापारियों ने कहा कि वह मेडिकल कालेज बनने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उनकी रोजी, रोटी भी बची रहनी चाहिए। मेडिकल अस्पताल शहर के किनारे बनाया जाए। इससे लोगों को और सुविधा होगी तथा व्यापारियों का नुकसान भी नहीं होगा। व्यापारियों से ज्ञापन लेकर मंत्री नंदी ने उसे शासन तक पहुंचाने का वादा किया। साथ ही यह भी कहा कि विकास होने पर कुछ बदलाव तो होता ही है। प्रयागराज के चौराहे और बाजारों में बड़े पैमाने पर बदलाव आप स्वयं देख सकते हैं। फिर भी हम कोई रास्ता निकलवाएंगे।