बिना अनुमति नगर पालिका की दुकानों पर तन गए आशियाने
बिना परमीशन नगर पालिका की दुकानों पर आशियाने तन गए।
संसू, प्रतापगढ़ : बिना परमीशन नगर पालिका की दुकानों पर आशियाने तन गए। यह सब कुछ नगर पालिका प्रशासन की नाक के नीचे होता रहा मगर खेल लंबा था, ऐसे में कौन किसको रोकता। अहम यह भी कि जन सूचना अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी के तहत पालिका प्रशासन को यह बताने के लिए मजबूर भी होना पड़ा। कहा गया है जब जागो तब सबेरा, मगर अभी भी पालिका प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
नगर के पीडब्लूडी कार्यालय के सामने नगर पालिका की संजय मार्केट है। पालिका प्रशासन के मुताबिक इसमें कुल 41 दुकानें है। इनसे पालिका टैक्स वसूलती है। पालिका के अभिलेख में केवल दुकाने ही दर्ज हैं, जबकि अधिकांश दुकानों के ऊपर अब कमरे बन चुके हैं। उनसे कोई टैक्स नहीं लिया जाता है। करीब हर साल लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। कर्मी केवल टैक्स वसूलकर किनारे हो जाते हैं। टैक्स चोरी में एक लिपिक की भी भूमिका सबसे संदिग्ध पाई गई है। देखा जाए तो दुकानों के ऊपर बने कमरों के बिना परमीशन के निर्माण होना पालिका प्रशासन की कार्यशैली पर संदेह पैदा कर रहा है। सवाल उठता है कि टैक्स वसूलने के लिए जिन कर्मचारियों की डयूटी है, उनकी नजर इस तरह से अवैध निर्माण पर नहीं पड़ी। सूत्रों के मुताबिक नगर पालिका के कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक इस खेल में शामिल हैं। सभासद भोला सिंह ने जब जनसूचना के तहत इसका जवाब मांगा तो पालिका प्रशासन से मिलने वाली रिपोर्ट चौकाने वाली थी। अब इस खेल का जब पता चल गया तो पालिका प्रशासन जांच का हवाला देता फिर रहा है। वहीं कई पार्षदों ने भी पालिका प्रशासन की आंख मूदने वाली कार्य प्रणाली पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है।
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जांच में जो दोषी मिलेगी, उनके खिलाफ होगी कार्रवाई : ईओ
ईओ मुदित सिंह ने माना कि लोगों ने अवैध रूप से नगर पालिका की मार्केंट में कमरे बना लिये हैं। इस अत्यंत गंभीर मामले की जांच चल रही है। इसमें जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी।