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अंत्येष्टि से पहले हुआ संग्राम, बरामदे में शव दफनाने पर अड़ी महिलाएं

थाना संग्रामगढ़ क्षेत्र के भुन्ना का पुरवा गांव में सगे भाइयों के शव की अंत्येष्टि के पहले संग्राम छिड़ गया और परिवार की महिलाएं घर के बरामदे में ही शव दफनाने पर अड़ गई। बरामदे में कब्र खोद रही महिलाओं को किसी तरह ने पुलिस ने रोका। फिर घंटे भर बाद दोनों भाइयों के शव को घर से दूर खेत में दफना दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 11:39 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 11:39 PM (IST)
अंत्येष्टि से पहले हुआ संग्राम, बरामदे में शव दफनाने पर अड़ी महिलाएं
अंत्येष्टि से पहले हुआ संग्राम, बरामदे में शव दफनाने पर अड़ी महिलाएं

संवाद सूत्र, संग्रामगढ़ : थाना संग्रामगढ़ क्षेत्र के भुन्ना का पुरवा गांव में सगे भाइयों के शव की अंत्येष्टि के पहले संग्राम छिड़ गया और परिवार की महिलाएं घर के बरामदे में ही शव दफनाने पर अड़ गई। बरामदे में कब्र खोद रही महिलाओं को किसी तरह ने पुलिस ने रोका। फिर घंटे भर बाद दोनों भाइयों के शव को घर से दूर खेत में दफना दिया गया।

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भुन्ना का पुरवा (भद्दिव) गांव निवासी नीलम पत्नी स्वर्गीय दिलीप कुमार पटेल अपने दो बेटे कृष्णा (6) व इशांत (8) के साथ रहती थी। वह किसी तरह मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण कर रही थी। पिछले कुछ महीने से नीलम का उसके जेठ अशोक पटेल से जमीन व मकान पर कब्जे को लेकर विवाद चल रहा था। आरोप है कि अशोक ने नीलम को सबक सिखाने व जान से मारने की धमकी दी थी। ऐसे में नीलम ने बड़े बेटे इशांत को अपने मायके भेज दिया था, बुधवार को वह ननिहाल से घर आ गया था।

शुक्रवार को भोर में नीलम खेत की ओर गई थी, कमरे में उसके दोनों बच्चे सो रहे थे। वह लौटकर आई तो

दोनों बच्चे आग से जलकर मर चुके थे। नीलम का आरोप है कि उसके जेठ ने उसके बेटों को जिदा जलाकर मार डाला था। इस घटना में नीलम की तहरीर पर पुलिस ने अशोक के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करके उसे हिरासत में ले लिया था।

शनिवार को सुबह परिवार के लोग दोनों भाइयों के शव की अंत्येष्टि की तैयारी कर रहे थे, तभी बूंदाबादी शुरू हो गई थी। इस बीच परिवार व रिश्तेदार की तमाम महिलाएं इकट्ठा हो गई थी। उनमें घटना को लेकर खासा आक्रोश था। तनाव के मद्देनजर पुलिस नीलम के घर पर मौजूद थी।

इस बीच दिन में करीब साढ़े दस बजे परिवार के लोग अंत्येष्टि करने के लिए शव उठाने लगे तो नीलम व कुछ महिलाएं घर के बरामदे में ही शव दफनाने पर अड़ गई। यही नही, दो-तीन महिलाएं फावड़े से बरामदे में कब्र खोदने लगी। यह देख पुलिस कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। किसी तरह परिवार की लोगों की मदद से पुलिस कर्मियों ने कब्र खोद रही महिलाओं को रोका।

फिर करीब एक घंटे तक हंगामा चलता रहा। घंटे भर तक चले मान मनौवल के बाद महिलाएं शवों की अंत्येष्टि के लिए तैयार हुई और फिर दोनों भाइयों का शव घर से करीब सौ मीटर दूर खेत में ले जाया गया। वहां दोपहर करीब एक बजे पुलिस की मौजूदगी में दोनों शवों को दफनाया गया। इस दौरान भारी संख्या में ग्रामीण व पुलिस मौजूद रही। शवों को दफनाने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।


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