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हिरासत में मौत से गांव में तनाव, पीएसी तैनात

प्रतापगढ़ जिले के अंतू थाना क्षेत्र के बाबूगंज बाजार के व्यवसायी की पुलिस हिरासत में

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Oct 2019 11:13 PM (IST)Updated: Tue, 29 Oct 2019 11:13 PM (IST)
हिरासत में मौत से गांव में तनाव, पीएसी तैनात
हिरासत में मौत से गांव में तनाव, पीएसी तैनात

प्रतापगढ़ : प्रतापगढ़ जिले के अंतू थाना क्षेत्र के बाबूगंज बाजार के व्यवसायी की पुलिस हिरासत में मौत होने से परिजनों में आक्रोश है। घटना को लेकर गांव में तनाव है। परिजनों ने पीपरपुर पुलिस पर पिटाई करने और 13 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया है। इधर पोस्टमार्टम के बाद शव को घर लाए जाने को लेकर गांव में पीएसी तैनात कर दी गई है।

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अंतू थाना क्षेत्र के बंडा निवासी सत्य प्रकाश शुक्ल उर्फ साजन शुक्ला पुत्र विदेश्वरी शुक्ल ने बाबूगंज बाजार स्थित मकान में आटो पा‌र्ट्स की दुकान खोल रखी थी। उसी मकान में किराए पर वर्ष 2013 में यूको बैंक की शाखा खुली है। इस बैंक से भादर शाखा के लिए पैसा भेजा जाता है। पांच अक्टूबर को भादर शाखा के प्रबंधक मनीश कुमार कैशियर अंशू कुमार के साथ निजी कार से अमेठी स्थित महाराष्ट्र बैंक की शाखा से 12 लाख रुपये लेकर बाबूगंज स्थित यूको बैंक पहुंचे थे और यहां से 14 लाख रुपये लेकर भादर शाखा जा रहे थे। रास्ते में अमेठी जिले के पीपरपुर थाना क्षेत्र के परसोइया गांव के पास दो बाइक से चार बदमाश कार पर फायर करके 26 लाख रुपये लूट ले गए थे। मौके पर अमेठी की एसपी ख्याति गर्ग ने भी बाबूगंज पहुंचकर घटना की जांच की थी। इस मामले में पीपर पुलिस व स्वाट टीम ने मकान मालिक सत्य प्रकाश शुक्ल से पूछताछ की थी।

इस बीच पीपरपुर पुलिस और एसओजी टीम सोमवार देर रात करीब तीन बजे सत्य प्रकाश के घर पहुंची। परिवार के लोग कुछ समझ पाते कि पुलिसकर्मियों ने परिजनों की पिटाई करते हुए सत्य प्रकाश, उनके दोनों बेटे राहुल व साहिल को हिरासत में ले लिया। पैसा बरामद करने के लिए घर में सीढ़ी के नीचे खोदाई कराई। महिलाओं की पिटाई करते हुए अभद्रता भी की। इसके बाद सत्य प्रकाश और उनके बेटों राहुल व साहिल को पीपरपुर पुलिस उठा ले गई। साजन के बेटे साहिल ने आरोप लगाया कि पुलिस रास्ते में पिटाई करने के साथ बैंक कैश लूट की घटना को कबूल कराने के लिए प्रताड़ित कर रही थी। दोनों भाइयों को छोड़ने के लिए 13 लाख रुपये मांग रही थी। पुलिस थाने में पिता साजन शुक्ला की पिटाई करने के साथ उन्हें थर्ड डिग्री दी। जिससे उनकी हालत बिगड़ गई। पुलिस उन्हें सीएचसी भादर ले गई। वहां डाक्टरों ने हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस सुल्तानपुर स्थित अस्पताल में साजन शुक्ला को छोड़कर भाग गई। वहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

घटना की जानकारी बेटों ने मंगलवार को सुबह करीब साढ़े पांच बजे फोन से घर पर दी तो यहां कोहराम मच गया। घटना से परिजन आक्रोशित हो उठे। यहां से साजन के पिता विदेश्वरी प्रसाद, छोटे भाई ओम प्रकाश परिवार के अन्य सदस्य व बड़ी संख्या में लोग आननफानन में जिला अस्पताल सुल्तानपुर पहुंचे। परिजन पुलिस की पिटाई से मौत होने का आरोप लगाने लगे। भाई ओम प्रकाश ने आरोप लगाया कि पुलिस की पिटाई से उनके भाई सत्य प्रकाश की मौत हुई है। रात में पीपरपुर पुलिस ने घर में छापा मारा। तोड़फोड़ व पिटाई करके उनके भाई व दोनों भतीजे को उठा ले गए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पीपरपुर पुलिस 13 लाख रुपये मांग रही थी। पैसा न देने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रही थी।

सुल्तानपुर पुलिस वहां शव का पोस्टमार्टम कराना चाह रही थी, लेकिन परिजन आरोपित पुलिस वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने, मृतक के दोनों बेटों को नौकरी देने और 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की मांग पर अड़े थे। एसपी सुल्तानपुर ने परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन परिजन तैयार नहीं हुए। बाद में भाई ओम प्रकाश की तहरीर पर सुल्तानपुर नगर कोतवाली पुलिस ने पीपरपुर थाना पुलिस व एसओजी टीम पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। इस बारे में अंतू एसओ कमलेश कुमार ने बताया कि पीपरपुर पुलिस ने दबिश के लिए कोई सूचना नहीं दी थी। साजन शुक्ला की मौत के कारणों की जानकारी नहीं है।

पुलिस प्रताड़ना से मौत होने को एसपी अमेठी ने किया इन्कार : पुलिस की पिटाई से व्यवसायी साजन शुक्ला की मौत होने से एसपी अमेठी ने इन्कार कर दिया। अमेठी की एसपी डा. ख्याति गर्ग का कहना है कि साजन अपने साथी जाकिर अली के साथ वर्ष 2008 में लखनऊ के गोमती नगर थाने में टवेरा चोरी की घटना में शामिल थे। पीपरपुर पुलिस ने बैंक कैश लूटकांड में पूछताछ के लिए साजन को थाने पर बुलाई थी। मंगलवार को सुबह साजन शुक्ला अपने दोनों बेटों के साथ पीपरपुर थाने पहुंचे थे। यहां उनकी हालत बिगड़ने पर उनके बेटे उन्हें सीएचसी भादर ले गए थे। सीएचसी में डाक्टरों ने प्वाइजनिग का केस देखते हुए जिला अस्पताल सुल्तानपुर रेफर कर दिया था। वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। दोषी मिलने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बेटा इंजीनियर और भतीजा है मेडिकल अफसर : पुलिस हिरासत में हुई साजन शुक्ला की मौत की घटना ने परिजनों को झकझोर कर रख दिया। साजन के परिवार की गिनती समाज में एक संभ्रांत परिवार में होती है। इनके पिता विन्देश्वरी प्रसाद शुक्ला पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता पद से रिटायर्ड हुए थे। दो भाइयों में छोटे भाई ओम प्रकाश शुक्ल कुसहा में जूनियर हाईस्कूल में सहायक अध्यापक हैं। साजन के दो बेटों में बडा बेटा राहुल बीटेक करके दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में नौकरी कर रहा है। छोटा बेटा साहिल पिता का दुकान में हाथ बंटाता है। शिक्षक ओम प्रकाश का बेटा लखनऊ के किगजार्ज मेडिकल कालेज में मेडिकल अफसर है। बैंक कैश लूटकांड के बाद भी साजन व उनके बेटे साहिल लगातार बाजार में दुकान पर बैठते रहे। अमेठी पुलिस के मौके पर आने पर पूछताछ में सहयोग भी करते थे। दीपावली की छुट्टी में बड़ा बेटा राहुल भी दिल्ली से घर आया था। फिर अचानक पुलिस द्वारा साजन शुक्ला को बेटों के साथ हिरासत में लिए जाने की घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।


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