किटकिटाते दांत से स्कूलों में नौनिहाल पढ़ रहे पहाड़ा
रमेश त्रिपाठी प्रतापगढ़ कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। सुबह जब लोग गरम कपड़े में भी
रमेश त्रिपाठी, प्रतापगढ़ : कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। सुबह जब लोग गरम कपड़े में भी कांप रहे होते हैं तो प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले नन्हें-मुन्ने बच्चे हाड़ कंपाने वाली ठंड में भी दांत किटकिटाते हुए स्कूल में एबीसीडी व पहाड़ा याद कर रहे होते हैं। इस दौरान ये बच्चे किताबें पढ़-पढ़ अपने आपको गरम करने का असफल प्रयास करते रहते हैं। कई बार इनकी जुबान पर ठंड का इस कदर प्रभाव पड़ता है कि ये बच्चे चार का पहाड़ा पढ़ते-पढ़ते बीच में ही दस का पहाड़ा गिनना शुरू कर देते हैं, गुरु जी भी उनकी बेबसी देख बीच के तीन से लेकर नौ तक का पहाड़ा सुनना माफ कर देते हैं।
वहीं लकदक कोट और महंगे गरम ऊनी वस्त्रों से लैस प्रशासनिक अधिकारियों की नजरें आखिर इन बेबस नौनिहालों पर क्यों नहीं टिकती। सवाल उठता है अगर इस ठंड में किसी नौनिहाल की मौत हो गई तो कौन जिम्मेदार होगा। परिषदीय विद्यालयों में स्वेटर वितरण की प्रगति काफी धीमी है। गुरुवार को दैनिक जागरण ने इसकी पड़ताल की तो मालूम हुआ कि बीएसए दफ्तर के बगल स्थित स्कूल में ही पूर्व माध्यमिक विद्यालय के बच्चों को स्वेटर नहीं मिल सका है। कुछ बच्चे पुराने स्वेटर में स्कूल आ रहे हैं तो कुछ बिना स्वेटर के कांपते हुए स्कूल पहुंच रहे हैं। इतना ही नहीं साइज का न होने के कारण उन्हें जूते-मोजे भी नहीं मिल सके हैं। इस बार काफी विलंब से स्वेटर वितरण की चार एजेंसियों का चयन किया गया।
गुरुवार को बीएसए दफ्तर के बगल स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय पलटन बाजार में सुबह नौ बजे जागरण टीम पहुंची तो बच्चे कांपते हुए स्कूल पहुंचते नजर आए। यहां मालूम हुआ कि कक्षा छह, सात व आठ में कुल 49 बच्चे हैं। किसी को भी स्वेटर नहीं मिला है। प्रभारी प्रधानाध्यापिका विभा सिंह की मानें तो साइज के अनुसार स्वेटर न मिलने से स्वेटर नहीं बांटा गया। नौनिहाल चप्पल पहनकर ही स्कूल आने को विवश हैं। विद्यालय की कक्षा आठ की पूजा गौतम, कक्षा छह की ज्योति, रीता, कक्षा सात की पायल,प्रियंका, श्रद्धा, विद्या व सोनी को जहां स्वेटर नहीं मिला, वहीं इनकी साइज का न होने के कारण जूता मोजा भी नहीं मिल सका। विभाग की मानें तो स्वेटर वितरण के लिए एक लाख 93 हजार 246 का लक्ष्य रखा गया था। इसके सापेक्ष एक लाख 64 हजार 489 स्वेटर आया है। अभी 18 हजार 757 स्वेटर आना बाकी है। जो स्वेटर आया भी है, तो साइज में गड़बड़ है।
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..यहां 31 में चार को ही मिला स्वेटर
रानीगंज, प्रतापगढ़ : धीरे-धीरे ठंड जहां जोर पकड़ रही है वहीं निर्देश के बावजूद भी तहसील क्षेत्र के कतिपय परिषदीय स्कूलों में अभी तक स्वेटर वितरण कार्य धीमा है। गुरुवार को जागरण की पड़ताल में विकासखंड गौरा के प्राथमिक विद्यालय व पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिलौंधी का पड़ताल की। प्राथमिक विद्यालय के 31 बच्चों में से अभी तक सिर्फ चार बच्चे ही स्वेटर पा सके हैं। प्रधानाध्यापक नागेंद्र बहादुर यादव ने बताया कि विद्यालय जिस दिन स्वेटर बंटा चार ही बच्चे स्कूल आए थे। जल्द ही सभी बच्चों को स्वेटर बांटा जाएगा। वहीं पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सिर्फ चार बच्चे ही मौजूद मिले। खंड शिक्षा अधिकारी विमलेश तिवारी का कहना है कि जहां भी स्वेटर नहीं मिले हैं वहां बच्चों को अविलंब स्वेटर उपलब्ध कराने के निर्देश प्रधानाध्यापकों को दिए गए हैं। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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इन संस्थाओं को मिली है जिम्मेदारी
1. एसएस कांस्ट्रक्शन, प्रतापगढ़ - बिहार, कुंडा, मंगरौरा, आसपुर देवसरा।
2. भूपति इंटरप्राइजेज, नई दिल्ली - सांगीपुर, लालगंज, लक्ष्मणपुर, रामपुर संग्रामगढ
3. संतोष सेल्स एजेंसी, नई दिल्ली - संड़वा चंद्रिका, पट्टी, शिवगढ़, बाबा बेलखरनाथ धाम
4. स्टार इंडिया, कानपुर - कालाकांकर, बाबागंज, सदर, मानधाता, गौरा, नगर क्षेत्र
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दैनिक जागरण ने अभियान चलाकर बहुत ही ठीक किया है। जागरण के अभियान के तहत गुरुवार को जिन स्कूलों में स्वेटर में बच्चे नहीं दिखे हैं, गुरुवार को उन स्कूलों में स्वेटर का वितरण करा दिया जाएगा।
-अशोक कुमार सिंह, बीएसए