ताजिया पर पथराव और झंड़े उखाड़ने से तनाव
पट्टी/लालगंज, प्रतापगढ़ : मोहर्रम और दुर्गापूजा का आयोजन साथ होने से कई स्थानों पर विवाद की
पट्टी/लालगंज, प्रतापगढ़ : मोहर्रम और दुर्गापूजा का आयोजन साथ होने से कई स्थानों पर विवाद की नौबत आ रही है। पट्टी के दफरा गांव में ताजिया पर पथराव और मारपीट के आरोप सामने आए हैं। जबकि लालगंज में मोहर्रम के झंडे आदि उखाड़े जाने से तनाव है। दोनों क्षेत्रों में तनाव बना हुआ है। दफरा में तो लोगों ने सुरक्षा न मिलने पर दसवीं का ताजिया न उठाने की चेतावनी भी दी है।
आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के दफरा गांव में दो पक्षों के बीच हुई झड़प व मारपीट की घटना ने क्षेत्र में तनाव पैदा कर दिया। आरोप है कि एक पक्ष के लोग चबूतरे पर रखे गए ताजिए पर ईंट पत्थर फेंके हैं। उधर, दूसरे पक्ष ने युवक से मारपीट व बाइक तोड़ने का आरोप लगाया है। दफरा गांव के निवासी इलियास ताजिया बनाते हैं। इस काम में नियाज, मुस्ताक व नूर आलम सहित अन्य लोग सहयोग करते हैं। गुरुवार की रात लगभग 11 बजे अचानक गांव का माहौल गर्मा गया। समुदाय विशेष के लोगों ने ताजिया पर पत्थर फेंके जाने का आरोप लगाते हुए सूचना कंट्रोल रूम को दी। सूचना पर सीओ पट्टी रमेशचंद्र थानाध्यक्ष आसपुर देवसरा दीनदयाल ¨सह सहित पूरी फोर्स मौके पर पहुंच गई। उधर, पूरे बालकिशुन निवासी सूरज कुमार पुत्र राकेश मिश्र ने तहरीर में आरोप लगाया है कि वह अपने साथियों के साथ दुर्गा पूजा से लौट रहा था, तो रास्ते में दफरा गांव के कुछ लोगों ने उसे मारा पीटा तथा मोबाइल व जंजीर छीनकर बाइक तोड़ दी। ताजियादार इलियास, नियाज, मुस्ताक, नूरआलम सहित अन्य का कहना है कि यदि हमें सुरक्षा न मिली तो हम लोग दसवीं के दिन ताजिया नहीं उठाएंगे। इस बारे में
सीओ पट्टी रमेशचंद्र का कहना है कि मामला पुरानी रंजिश से जुड़ा हुआ है। ताजिया पूरी तरह से सुरक्षित है। किसी पक्ष द्वारा तहरीर पुलिस को नहीं दी गई है फिर भी शुक्रवार को भी फोर्स गांव में तैनात रही पूरे मामले पर पुलिस नजर रखे हुए।
उधर, लालगंज के खानापट्टी में दो पक्षों के बीच एक सप्ताह से चल रहा गतिरोध शुक्रवार को तनाव का कारण बन गया। गुरुवार देर रात बाइक सवार कई युवकों ने मोहर्रम की झंडियां उखाड़ दी और बल्लियां तोड़ दी। इसके अलावा तिराहे पर लगी होर्डिग भी फाड़ दी। इससे नाराज तिराहे से लगे खालसा सादात तथा खानापट्टी के लोग बड़ी संख्या में एकत्र हो गए और तनाव फैल गया। कोतवाल बालेंदु गौतम भारी फोर्स के साथ वहां पहुंचे। सीओ रमाकांत यादव और तहसीलदार ओमप्रकाश पांडेय, नायब तहसीलदार सुशील कुमार व सर्किल के अन्य थानाध्यक्ष भी देर रात पहुंच गए। जिससे किसी तरह माहौल शांत हुआ। नाराज लोगों ने उपद्रवियों पर कार्रवाई तक मातमी जुलूस न निकालने की चेतावनी दी। जिससे प्रशासन परेशान है। शुक्रवार सुबह से भी सभी अधिकारी क्षेत्र में तनाव देखते हुए मौके पर तैनात रहे। हालांकि एसडीएम कोमल यादव का कहना है कि इलाके मे शांति बनी हुई है। दोनों पक्षों मे से यदि किसी ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया तो सख्त कार्रवाई होगी। सीओ रमाकांत यादव का कहना है कि अराजकतत्वों को तलाशा जा रहा है। ताकि सौहार्द कायम रहे।