..ताकि हर ओर दिखे हरियाली और खुशहाली
पेड़-पौधे नदी पोखरे धरती के श्रृंगार हैं। इनके जरिए जहां प्रकृति का संतुलन होता है वहीं आकर्षण भी बढ़ता है।
जागरण टीम, प्रतापगढ़ : पेड़-पौधे नदी पोखरे धरती के श्रृंगार हैं। इनके जरिए जहां प्रकृति का संतुलन होता है, वहीं आकर्षण भी बढ़ता है। इसकी रखवाली भी जरूरी है। प्रतापगढ़ के कई लोग ऐसे हैं जो पर्यावरण के पहरेदार बनकर उसकी सुरक्षा व संरक्षा कर रहे हैं। वे अपने परिवार के सदस्यों की तरह ही पेड़ों को मानते हैं। उनकी देखभाल करते हैं। नए पौधे भी रोपते हैं और पुराने को संजीवनी देते रहते हैं, ताकि हर ओर हरियाली की चादर तनी रहे। बड़े भाई से मिली प्रकृति प्रेम की सीख
पौधे व क्यारी लगाकर हरियाली को बढ़ावा देना इनका मिशन बन गया है। वह कहीं भी रहते हैं, लेकिन पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा करना नहीं भूलते। हम बात कर रहे हैं, रानीगंज नगर पंचायत अध्यक्ष मीरा गुप्ता के पति बद्री गुप्ता की। वह दशकों से यह कार्य कर रहे हैं। उन्हे यह प्रेरणा बड़े भाई श्याम लाल गुप्ता से मिली। उनके पिता भी सत्य नारायण पौधे व क्यारी लगाकर फूल लोगों को उपहार में देते थे। मंदिरों पर पहुंचाते थे। अब यह काम बद्री कर रहे हैं। इस साल उनका मिशन है कि अपनी अध्यक्ष पत्नी मीरा के साथ मिलकर नगर पंचायत क्षेत्र को हरियाली का मॉडल बनाएं। इसके लिए उन्होंने ईओ से बात की है। सभी सभासदों का सहयोग लेकर इस काम को पूरा करेंगे। यह तो घर-बाहर रोपते हैं पौधे
पर्यावरण को बचाने के लिए पौधे लगाकर हरियाली का संदेश देने के साथ जल संचयन पर कई बरस से काम कर रहे हैं रानीगंज पचरास स्थित पेट्रोलियम व्यवसायी प्रवीण मिश्र। वह अपने व्यवसाय के साथ सुबह-शाम समय निकालकर क्षेत्र में पौधे लगाकर हरियाली का संदेश देने का फर्ज निभाते हैं। लोगों को पंफ्लेट, बिल्ले, बैनर देकर जागरूक करते हैं। सई नदी के किनारे मां वाराही धाम के पास पौधे लगाकर हरियाली का शुभारंभ किया तो उनके कदम नहीं रुके। आने वाले साल में इनका संकल्प है कि पंप पर आने वाले हर व्यक्ति से पौधे लगाने व बचाने का संकल्प पत्र भरवाएंगे। जन-जन को बता रहे पौधों की महत्ता
जिले के प्रमुख शिव धाम बाबा घुइसरनाथ क्षेत्र में हरियाली लाना स्कूल संचालक कमलेश मिश्रा का मिशन बन गया है। वह असांव गांव के हैं। शुरू से ही गांव घर व अन्य जगहों पर पौधे लगाते रहे हैं। हरियाली की शिक्षा कमलेश गांव-गांव जाकर देते हैं। वह नारे लगवाते हैं कि पेड़ हमारी जान हैं, यह गुणों की खान हैं। इन्हें हर हाल में सुरक्षित रखने के साथ, लगाना भी चाहिए। इस साल इनका मकसद है कि नारायणी एकेडमी कमयनपुर के माध्यम से अभिभावकों को पर्यावरण का महत्व बताया जाए। उनसे पौधे लगावाए जाएं। इस मिशन में उनके साथ राधाकांत मिश्र, शेखर मिश्र, राम आसरे वर्मा प्रधान भी शामिल हैं। सेवनिवृत्त हुए तो लगाने लगे बाग
जिले के संडवा चंद्रिका ब्लाक के सराय दली गांव के इंजीनियर शंकर कुमार शुक्ला का प्रकृति से गहरा लगाव है। वह एक निजी कंपनी में सेवा देने के बाद घर आने पर खुद को हरियाली बढ़ाओ अभियान में व्यस्त कर लिए। विद्यालयों में बगीचे बनाने लगे। घर के पीछे लगभग चार बीघे की बाग में गिर रहे पेड़ों को दवा के बल पर निरोग किया और खाली स्थान पर आम, महुआ, नीम, पीपल आदि पौधे लगाकर हरियाली लाने का काम कर रहे हैं। शाम को अपने गांव और बाजार में जाकर पौधे लगाने में संकोच नहीं करते। वह इस साल सरकारी अस्पतालों में पौधे लगाने का अभियान चलाएंगे।